लाइव टीवी

IAS पूजा सिंघल पर बड़ा फैसला ले सकती है झारखंड सरकार, ED ने की है 9 घंटे तक पूछताछ

Updated May 10, 2022 | 23:17 IST

IAS Pooja Singhal: झारखंड की जो आईएएस अफसर पूजा सिंघल विवादों के भंवर में फंसी हैं, जिनपर बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी है, वो असल में हैं कौन। ये जानना भी जरूरी है। ये वही पूजा सिंघल हैं, जो एक वक्त अधिकारियों की दुनिया की स्टार थीं। लेकिन अब उनपर बहुत ही गंभीर आरोप लगे हैं।

Loading ...

बुधवार को झारखंड कैबिनेट IAS अधिकारी पूजा सिंघल को लेकर बहुत बड़ा फैसला ले सकती है। ईडी ने आज पूजा सिंघल, उनके पति और उनके सीए से करीब 9 घंटे तक पूछताछ की। पूजा के सीए के घर से 19 करोड़ से ज्यादा कैश मिले थे। इसी मामले में पूजा से पूछताछ हुई। ईडी ने उनके बैंक अकाउंट्स को खंगाला और अब बुधवार को उन पर बहुत बड़ा फैसला हो सकता है। झारखंड सरकार बड़ा एक्शन ले सकती है।

इस बीच सवाल ये है कि आखिर कभी तेजतर्रार IAS अफसर रहीं पूजा सिंघल विवादों के दलदल में कैसे फंसी। आखिर उनपर इस तरह कानून का डंडा क्यों चल रहा है? इन पर कौन कौन से गंभीर आरोप हैं। 

5 राज्यों में 25 ठिकानों पर ईडी की ताबड़तोड़ छापेमारी हुई और टारगेट पर थीं झारखंड की खनन और उद्योग सचिव IAS पूजा सिंघल। 2009-10 के मनरेगा घोटाले में ईडी का एक्शन शुरू हुआ तो 'पैसों की पूजा' के खेल से पर्दा उठने लगा। ईडी ने आईएएस पूजा सिंघल, उनके पति अभिषेक झा, सीएम सुमन कुमार से जुड़े ठिकानों पर छापे मारे। रांची में सीए सुमन कुमार के ठिकाने पर रेड के दौरान करोड़ों रुपए का काला कैश बरामद हुआ। नोटों की इतनी गड्डियां मिलीं कि ढेर लग गया, नोट गिनने के लिए तीन मशीनें मंगाई गईं, गिनती का सिलसिला शुरू हुआ तो ये 19 करोड़ 31 लाख रुपए पर जाकर थमा। 

दो दिन तक चली छापेमारी में 300 करोड़ रुपए के दस्तावेज भी जब्त किए गए। इसके बाद जांच एजेंसी ने पूछताछ का सिलसिला शुरू किया। पहले सीए सुमन कुमार से पूछताछ की गई। इसके बाद पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा से पूछताछ हुई। दोनों को आमने-सामने बिठाकर भी सवाल-जवाब किए गए। ईडी के समन पर मंगलवार को पूजा सिंघल भी पूछताछ में शामिल होने के लिए रांची में ईडी दफ्तर पहुंचीं। पति अभिषेक झा भी उनके साथ मौजूद थे। वो फिर काली डायरी और कुछ दस्तावेज लेकर पहुंचे थे। मंगलवार को ही एजेंसी ने सीए सुमन कुमार से एक बार फिर पूछताछ की।

IAS पर जांच की आंच क्यों?

दरअसल ये मामला साल 2007 से 2010 के बीच का है, जिसको लेकर ईडी ने एक साथ 5 राज्यों झारखंड, बिहार, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिम बंगाल में छापेमारी की। 2007 से 2010 के दौरान तीन सालों में पूजा सिंघल झारखंड के तीन जिलों में कलेक्टर रहीं। बताया जाता है कि इसी दौरान मनरेगा में करीब 18 करोड़ रुपए की वित्तीय गड़बड़ी हुई। तत्कालीन सीएम अर्जुन मुंडा ने जानकारी मिलते ही जांच के आदेश दिए। विजिलेंस को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई। 16 FIR दर्ज की गईं और गिरफ्तारियां भी हुईं। करोड़ों की गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद बीजेपी ने सोरेन सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है। 

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।