नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस में मचा घमासान हर दिन एक नए स्तर पर जा रहा है। हर कोई अपने-अपने दांव लगाने में लगा हुआ है। कल कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने करीब 30 मौजूदा विधायकों और मंत्रियों से मुलाकात की। इसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं। वहीं पंजाब कांग्रेस में अंदरूनी कलह खत्म करने की पार्टी नेतृत्व की कोशिशों के बीच आज सिद्धू राज्य मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा समेत पार्टी के छह विधायकों के साथ विधायक मदनलाल के आवास पटियाला पहुंचे।
वहीं दूसरी तरफ पंजाब से कांग्रेस के सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों की आज दिल्ली में पार्टी सांसद प्रताप सिंह बाजवा के आवास पर बैठक बुलाई। बाजवा ने कहा कि हमने पंजाब के सभी (कांग्रेस) सांसदों को किसानों के मुद्दे पर रणनीति बनाने और कांग्रेस पार्टी से जुड़े कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बैठक के लिए आमंत्रित किया है।
हालांकि कलह के जल्द खत्म होने की संभावना शनिवार को उस वक्त बढ़ गई जब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस महासचिव हरीश रावत से मुलाकात के बाद कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी जो भी फैसला करेंगी वो सबको स्वीकार होगा। कल सिद्धू ने भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वर्तमान अध्यक्ष सुनील जाखड़ से मुलाकात की थी।
उससे पहले शुक्रवार को अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर स्पष्ट कर दिया था कि सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने से अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की संभावनाओं को झटका लग सकता है। सूत्रों का कहना है कि सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की इकाई का प्रमुख बनाया जा सकता है और उनके साथ दो या चार नेताओं को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है।