- शुक्रवार 27 अगस्त को करीब 1 करोड़ लोगों का टीकाकरण, एक दिन में अब तक का सर्वाधिक
- अब तक 62 करोड़ से अधिक सिंगल या डबल डोज दिए गए
- देश की 50 फीसद योग्य आबादी को सिंगल डोज लग चुका है।
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण ही सबसे बड़ा हथियार है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया कि शुक्रवार यानी 27 अगस्त को करीब 1 करोड़ के आंकड़े को पार कर गया। आज 27 अगस्त को एक दिन में सबसे ज़्यादा 1,00,64,032 लोगो को लगी वैक्सीन 28,62,649 आज वैक्सीनेशन में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन यूपी ने किया है।दूसरे नंबर पर कर्नाटक है - 10,79,588। कुल 62 करोड़ डोज लगी हैं।यह आंकड़ा अब तक का सर्वाधिक है।
14 करोड़ से ज्यादा लोगों को डबल डोज
14 करोड़ से ज्यादा लोग ऐसे हैं जिन्होंने दोनो डोज लगवा ली हैं।केंद्र सरकार ने अगस्त में 1 करोड़ डोज़ एक दिन में लगाने का लक्ष्य रखा था जिसे आज पूरा कर लिया गया। हालांकि रोजाना ये संभव होगा या नहीं , कहना मुश्किल है। लेकिन भारत में वैक्सीन की कमी की खबरों के बीच एक करोड़ डोज बड़ा कीर्तिमान है।कोवैक्सीन, कोवीशील्ड और स्पूतनिक वैक्सीन लगाई जा रही हैं। सबसे ज्यादा डोज कोवीशील्ड की लगी हैं। 54 करोड़ डोज कोवीशील्ड की लगी हैं। अगले महीने के अंत तक जायडस कैडिला की वैक्सीन भी 12 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को लगनी शुरु हो जाएगी - ऐसी उम्मीद है
पीएम नरेंद्र मोदी का खास ट्ववीट
रिकॉर्ड टीकाकरण संख्या आज!1 करोड़ को पार करना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। टीका लगवाने वालों और टीकाकरण अभियान को सफल बनाने वालों को बधाई।
एक करोड़ के लक्ष्य को पार करना नहीं था आसान
भारत में एक दिन में एक करोड़ वैक्सीनेशन का लक्ष्य पार करना आसान नहीं था। वैक्सीन की कमी एक समस्या थी - दूसरी चुनौती वैक्सीन लगवाने को लेकर लोगों के मन में भ्रम।अलग अलग राज्यों के साथ तालमेल - सरकारी सेंटर और प्राइवेट सेंटर दोनों जगह वैक्सीन की आपूर्ति बनाए रखना।भारत में वैक्सीन लगवाने वाले आयु वर्ग में आने वाली आधी से ज्यादा आबादी को कम से कम एक डोज़ लग चुकी है।सरकार की कोशिश है कि इस वर्ष के अंत तक वैक्सीनेशन की दोनों डोज सभी को लग चुकी हों
केरल में बढ़ते केस चिंता की वजह
अगर इस समय कोरोना केस की बात करें तो देश के ज्यादातर राज्यों में मामले कम हो रहे हैं।लेकिन चिंता की बड़ी वजह केरल बना हुआ है। गुरुवार को जो आंकड़े आए थे उनमें से करीब 58 फीसद केस केरल से थे। स्वास्थ्य सचिव ने भी कहा था कि इस विषय को समझने की जरूरत है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है, जैसा कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है उस सूरत में आंकड़े परेशान करने वाले हैं।
राज्यों को खास सतर्कता बरतने के निर्देश
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वास्थ्य और नीति आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी और तैयारियों की जायजा लिया था। केंद्र सरकार का कहना है कि संभावित किसी भी हालात का सामना करने के लिए तैयारी पूरी है। पिछली खामियों को दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। जहां तक केंद्र सरकार का सवाल है कि सभी राज्यों को बिना किसी भेदभाव के मदद की जा रही है।