Agnipath Scheme Protest In Bihar: अग्निपथ स्कीम के विरोध में बिहार धधक रहा है। बक्सर के डुमराव, बिहिया के साथ साथ लखीसराय और समस्तीपुक में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन को फूंक दिया। यूपी में रेलवे स्टेशन परिसर में प्रदर्शनकारियों की भीड़ दाखिल हो गई। इन सबके बीच केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आरजेडी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि यह सब उनके गुंडों का काम है। कृषि कानून के समय भी आरजेडी के गुंडे इस तरह का काम कर चुके हैं। सरकार, युवाओं की मांग को लेकर संवेदनशील है और यही वजह है कि उम्र सीमा बढ़ा दी गई है।
बलिया में भी प्रदर्शन
केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के बलिया में युवाओं की उग्र भीड़ ने जमकर हंगामा किया तथा कई ट्रेन में तोड़फोड़ की।सूत्रों ने बताया कि बलिया रेलवे स्टेशन पर धुलाई के लिए खड़ी एक ट्रेन में युवकों ने आग लगा दी जिससे इसकी एक बोगी धू-घू कर जलने लगी।पुलिस सूत्रों के अनुसार शुक्रवार तड़के अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं की भीड़ जिला मुख्यालय पर स्थित वीर लोरिक स्टेडियम में एकत्रित हुई।स्टेडियम से युवाओं की भीड़ बलिया रेलवे स्टेशन पहुंच गई। रेलवे स्टेशन पर लाठी से लैस युवाओं ने बवाल शुरू कर दिया।
‘अग्निपथ वापस लो’ के लगे नारे
इंटरनेट पर प्रसारित वीडियो के अनुसार ’भारत माता की जय’ व ‘अग्निपथ वापस लो’ का नारा लगाते युवाओं ने बलिया-वाराणसी मेमू व बलिया-शाहगंज ट्रेन में तोड़फोड़ की ।पुलिस ने बताया कि प्लेटफार्म की दुकानों व निजी बस को भी निशाना बनाया गया और बलिया शहर कोतवाली क्षेत्र के मालगोदाम रोड पर भी पथराव किया गया।पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया। जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने बताया कि युवाओं के प्रदर्शन की संभावना को देखते हुए शुक्रवार सुबह से ही पुलिस की तैनाती की गई थी।उन्होंने बताया कि बलिया रेलवे स्टेशन पर एक स्थान पर तोड़फोड़ की गई और उपद्रवी तत्वों को रोककर कार्रवाई की जा रही है।
युवाओं को समझाने की कोशिश
पुलिस अधीक्षक राज करण नैयर ने बताया कि युवाओं को समझा-बुझाकर वापस भेजा जा रहा है। घटना की वीडियो ग्राफी कराई गई है। उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी कोई गिरफ्तार नहीं किया गया है।उल्लेखनीय है कि सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूल-चूल परिवर्तन करते हुए तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी।