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Sawal Public Ka: वीर सावरकर पर कौन बोल रहा है पूरा सच, गहराई से विश्लेषण

Updated Oct 13, 2021 | 21:11 IST

वीर सावरकर पर उदय माहूरकर ने एक किताब लिखी है जिसके बाद यह विषय चर्चा में है। राजनाथ सिंह ने जब कहा कि सावरकर को बदनाम किया गया, मर्सी पिटीशन के लिए महात्मा गांधी ने सुझाया था तो कांग्रेस आगबबूला हो गई।

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वीर सावरकर का नाम आप सबने सुना होगा । वो कहते हैं कि आप मुझसे प्रेम करें या घृणा करें..लेकिन इग्नोर नहीं कर सकते । इसलिए मैं कहती हूं जो सावरकर की विचारधारा के प्रेमी हैं वो भी..जो उस विचारधारा के विरोधी हैं वो भी..कम से कम सावरकर के लिए कोई Identity crisis नहीं । पूरा देश जानता है उन्हें । लेकिन मैं ये बताने नहीं आई । दरअसल कल सावरकर पर एक किताब का विमोचन हुआ । जिसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी बात रखी । राजनाथ सिंह ने यहां एक बात कही कि सावरकर ने महात्मा गांधी के कहने पर अंग्रेज सरकार से माफी मांगी । 

सबसे पहले वो लेटर जो महात्मा गांधी ने सावरकर को नहीं..बल्कि सावरकर के भाई N D SAVARKAR के लिए लिखा । जिस वक्त लेटर लिखा उस वक्त वीर सावरकर जेल में थे । उनकी रिहाई को लेकर ND SAVRKAR ने सुझाव मांगे थे । क्योंकि वीर सावरकर की रिहाई नहीं हो पाई..देखिए गांधी ने क्या लिखा 
LETTER ON PLASMA GFX 
लाहौर                                                                                                                                                                             25 जनवरी, 1920

प्रिय डॉ. सावरकर
मुझे आपका पत्र मिला । आपको सलाह देना मुश्किल है । मैं आपको एक याचिका दायर करने का सुझाव देता हूं, उसमें आप केस के ऐसे तथ्यों को बताएं जिनसे ये साबित हो कि आपके भाई द्वारा किए गए कृत्य पूरी तरह से राजनीतिक थे । मेरा ये सुझाव है कि ऐसे करने से जनता का ध्यान इस केस पर जाएगा । जैसा कि मैंने अपने पहले पत्र में भी आपसे कहा था, मैं इस मामले को अपनी तरह से आगे बढ़ा रहा हूं ।
भवदीय

कोई भी इंसान कैसा है..वीर है या कायर है । हीरो है या विलेन है । नायक है या महानायक है । इसे इतिहास इस कसौटी पर भी जज करता है कि आपके समकालिन लोगों ने आपके बारे में क्या लिखा । उनकी क्या राय थी । मैंने कुछ बड़े नाम..जो भारत की आजादी से जुड़े हैं उन्हें एकजगह किया है । बारी-बारी से उसे देखिए..फिर गेस्ट पर आते हैं । 

सावरकर के समकालीन उनके लिए क्या कहा ? 
महात्मा गांधी - 'भाई' कहकर संबोधित किया 
सबूत : 22 मार्च 1945 को लिखी चट्ठी 

सुभाष चंद्र बोस : 'वीर और निर्भय' 
रेडियो प्रसारण का TEXT :
"जब राजनीतिक गुमराही और दूरदर्शिता की कमी के कारण, कांग्रेस पार्टी का हर नेता हिंद फौज के जवानों को भाड़े का सिपाही कहकर निंदित कर रहा है, वैसे समय में यह जानकर अपार खुशी हो रही है कि वीर सावरकर निर्भयतापूर्वक भारत के युवाओं को फौज में शामिल होने के लिए लगातार भेज रहे हैं"

शहीद भगत सिंह : 'BRAVEHEART'
सबूत : ''भगत सिंह और उनके साहित्यों के संपूर्ण उपलब्ध दस्तावेज" राहुल फाउंडेशन - पेज नं 93 
Original Quote : 
"The one who loves this world is that braveheart, whom we don't feel ashamed to call as a fierce insurgent and a fanatic anarchist - this is the Veer (brave) Savarkar,"
- भगत सिंह ने अपनी नोटबुक में सावरकर की किताब हिंदू पद-पादशाही की पंक्तियों का उल्लेख भी किया है 
 
इंदिरा गांधी : सावरकर पर डाक टिकट जारी 
क्या कहा - "सावरकर के खिलाफ नहीं । वे जीवन भर जिस हिंदुत्ववादी विचार का समर्थन करते रहे, उसके जरूर खिलाफ"
और क्या कहा ? : 'Remarkable Son of India'

प्रधानमंत्री मोदी : 'निर्भीक', 'वीर' 1857 के विद्रोह को मजबूती से आजादी की लड़ाई कहने वाले 

सावरकर पर सच कौन बोल रहा ?
'राजनाथ सिंह ने क्या कहा ?  

'गांधी के कहने पर माफी मांगी''साजिश के तहत बदनाम किया''आजादी' में योगदान बहुत बड़ा'

'लेफ्ट+कांग्रेस लॉबी' 
 ये गलत FACT दिया गयाऐसा नहीं हुआ, जगह मिली  न्यू नैरेटिव गढ़ने की कोशिश

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