'सवाल पब्लिक का' शो में बात हुई राहुल गांधी के झूठ की। दिल्ली के नांगल में एक बच्ची से रेप के बाद हत्या का आरोप है। उस पीड़ित परिवार के पास राहुल गांधी जी गए, बहुत अच्छा किया। लोकतंत्र में विपक्ष को आम लोगों के साथ खड़ा दिखना चाहिए । लेकिन राहुल जी ने इस पूरे केस में गलती पर गलती की। राहुल गांधी ट्वीट किया और पीड़ित परिवार का चेहरा दिखाया। इतना ही नहीं राहुल गांधी की टीम ने झूठ बोला कि उन्होंने पीड़ित परिवार से उनका चेहरा दिखाने की परमिशन ली थी। ये झूठ तब सामने आ गया जब TIMES NOW नवभारत ने पीड़ित मां से बात की और उसने सारे सच को सामने ला दिया। पीड़ित मां के बयान से एक दम दूध का दूध पानी का पानी हो गया। यानी राहुल गांधी ने ना लिखित ना मौखिक किसी तरह से तस्वीर दिखाने की इजाजत नहीं ली। लेकिन राहुल जी ने कहा परमिशन ली और उसी आधार पर ट्विटर ने शायद उनके अकाउंट को दोबारा बहाल कर दिया, उसे रिस्टोर कर दिया।
लेकिन सवाल पब्लिक का ये है कि
रेप केस में चेहरा दिखाया..'परमिशन' का झूठ क्यों फैलाया?
राहुल का 'सफेद झूठ' पकड़ा गया..एक्शन क्या होगा?
राहुल का 'अकाउंट' permanent क्यों न लॉक हो?
दिल्ली रेप मामले में 'राहुल विवाद' की क्रोनोलॉजी
3 अगस्त -
राहुल का ट्वीट
'दलित की बेटी भी देश की बेटी है'.
4 अगस्त -
राहुल पीड़ित के घर गए
पीड़ित परिवार के साथ तस्वीर ट्विटर पर साझा की
4 अगस्त -
NCPCR ने ट्विटर इंडिया को नोटिस जारी किया। POCSO ACT के उल्लंघन पर एक्शन की मांग
7 अगस्त-
ट्विटर ने राहुल गांधी का ट्वीट डिलीट किया
12 अगस्त-
राहुल के ट्वीट हटाने पर कांग्रेस की मुहिम
'मैं भी राहुल' # चलाया गया
12 अगस्त-
ट्विटर अकाउंट ब्लॉक होने पर राहुल ने इंस्टाग्राम पर वीडियो पोस्ट किया
राहुल ने लिखा 'डरो मत, सत्यमेव जयते'
14 अगस्त
SC के वकील ने राहुल के खिलाफ पुलिस शिकायत की
14 अगस्त
राहुल समेत कई कांग्रेस नेताओं का अकाउंट अनलॉक