- इस्लामिक स्कॉलर मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी पर यूपी पुलिस का बयान
- धर्मांतरण केस में गिरफ्तारी के लिए पर्याप्त सबूत
- आम आदमी पार्टी ने एटीएस की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया
मशहूर इस्लामिक स्कॉलर मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी के बारे में यूपी पुलिस ने साफ किया है कि सबूतों के आधार पर ही गिरफ्तारी की गई है। जांच एजेंसियों के साथ पुख्ता सबूत हैं कि वो धर्मांतरण को बढ़ावा दे रहे थे। यूपी के एडीजी एल एंड ओ प्रशांत कुमार ने कहा कि इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि हवाला के माध्यम से धर्मांतरण के लिए फंडिंग की जा रही थी और पूरे खेल में मौलाना कलीम सिद्दीकी की संलिप्तता थी। बता दें कि Times Now नवभारत से इस संबंध में स्टिंग ऑपरेशन किया था जिसमें सनसनीखेज जानकारियां सामने आई थीं।
यूपी एटीएस ने मेरठ से उठाया था
कलीम सिद्दीकी और साथ तीन मौलानाओं और ड्राइवर को यूपी एटीएस ने पूछताछ के लिए उठाया था। कलीम सिद्दीकी की गतिविधियां शक के दायरे में थीं। देर रात मौलाना के समर्थन में उलमाओं समेत मुस्लिम समुदाय के लोगों की लिसाड़ीगेट थाने में भीड़ लग गई और हंगामा किया।मुजफ्फरनगर के फुलत गांव निवासी मौलाना कलीम सिद्दीकी (64 वर्ष) मंगलवार शाम सात बजे साथी मौलानाओं के साथ लिसाड़ीगेट के हूमायुंनगर में मस्जिद माशाउल्लाह के इमाम शारिक के आवास पर एक कार्यक्रम में आए थे।
कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी के पीछे ये हैं आधार
- धर्मांतरण संगठनात्मक तौर पर किया जा रहा था।
- मदरसों की आड़ में धर्मांतरण का काम
- अबु बकर का साथी है कलीम सिद्दीकी
- Times Now नवभारत ने किया था खुलासा
- हिरासत में लिए गए बाकी लोगों के रोल की जांच जारी
- कलीम सिद्दीकी के खातों में बहरीन से आए करोड़ों रुपए
आम आदमी पार्टी ने सियासी फैसला बताया
रात नौ बजे इशा की नमाज के बाद वह अपने साथियों के साथ गाड़ी से वापस फुलत के लिए रवाना हो गए। इस दौरान परिजनों ने उन्हें कॉल की लेकिन मोबाइल बंद मिला। परिजनों ने जानकारी मेरठ में इमाम शारिक को दी। परिजनों और परिचितों ने तलाश शुरू की, लेकिन जानकारी नहीं मिली। इसके बाद लोगों की भीड़ लिसाड़ीगेट थाने पर जुट गई। देर रात तक हंगामा चलता रहा। हालांकि पुलिस ने उन्हें उठाने की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।आम आदमी पार्टी विधायक अमानतुल्लाह खान ने इसे सियासी बताया। उन्होंने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले इस तरह की कार्रवाई देखने और सुनने को मिलेगी।
कलीमुद्दीन सिद्दीकी की संदिग्ध गतिविधियों पर थी नजर
संदिग्ध गतिविधि के चलते इस्लामिक विद्वान मौलाना कलीम सिद्दीकी सुरक्षा एजेंसी ने निशाने पर थे। मौलाना के मेरठ आने की जानकारी एजेंसी को पहले से थी। यही वजह है कि एजेंसी ने वापसी के दौरान उन्हें पकड़ लिया। उनसे पूछताछ की जा रही है।फुलत के मौलाना कलीम सिद्दीकी का इस्लामिक विद्वानों में नाम है। वह फुलत के मदरसा जामिया इमाम वलीउल्लाह इस्लामिया के निदेशक भी हैं। 7 सितंबर को मुंबई में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के द्वारा आयोजित राष्ट्र प्रथम और राष्ट्र सर्वोपरि कार्यक्रम में भी मौलाना कलीम शामिल हुए थे।