अगर देश के 10 राज्य कोयले की किल्लत से जूझेंगे तो 21वीं सदी का हिंदुस्तान सुपरपावर कैसे बनेगा.. अगर देश में ब्लैकआउट का डर पैदा हो जाएगा तो देश विकास कैसे करेगा.. देश में बिजली को लेकर सियासी चर्चाएं चरम पर पहुंच गई हैं.. राज्य कह रहे हैं कि कोयले की किल्लत है.. केंद्र सरकार कह रही है कि कोई किल्लत नहीं है..
नेशनल पॉवर पोर्टल के आंकड़ों के मुताबिक, अभी 110 प्लांट में से 16 ऐसे हैं जिनका स्टॉक खत्म हो चुका है.. वहीं 30 प्लांट के पास 1 दिन.. 18 के पास 2 दिन.. 19 के पास 3 दिन.. 9 के पास 4 दिन.. 6 के पास 5 दिन और 10 प्लांट के पास 6 दिन का कोयले का स्टॉक है... जबकि, दो प्लांट ही ऐसे हैं जिनके पास 7 और 8 दिन का स्टॉक है
देश में कोयले से चलने वाले सभी पावर प्लांट को कम-से-कम 20 दिनों का कोयला भंडार रखना होता है. लेकिन सितंबर-अक्टूबर में सभी पावर प्लांट के पास कोयले का भंडार घटकर चंद दिनों का रह गया।
वहीं आर्यन खान को लेकर एक तरफ कोर्ट का फैसला आया..और दूसरी तरफ महबूबा मुफ्ती का ट्वीट..कोर्ट का फैसला था कि अगली सुनवाई बुधवार को होगी..तब तक आर्यन को जेल में ही रहना होगा..इसके ठीक बाद महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया..और लिखा कि..आर्यन के साथ ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि उसके नाम में खान लिखा हुआ है। एक तरफ आज कोर्ट में जब सुनवाई शुरू हुई..तो एक तरफ एनसीबी के वकील थे..और दूसरी तरफ आर्यन के वकील..फिर जिरह हुई..जज साहब का फैसला आया कि..अब अगली सुनवाई..बुधवार को 11 बजे होगी..तब तक आर्यन को मुंबई के आर्थर रोड जेल में ही रहना होगा..
अब सवाल ये है कि..आर्यन खान की मुश्किलें इतनी क्यों बढ़ रही है..क्या वो सुपरस्टार के बेटे हैं इसलिए..या फिर इसके पीछे कोई और कहानी है..
देखिए इन्हीं मुद्दों पर 'लोगतंत्र शो' 'अंकित त्यागी' के साथ...