अफगानिस्तान में तालिबान के राज में महिलाओं के लिए वहां रहना कितना मुश्किल है, ये वहां की महिलाओं ने ही बताया है। टाइम्स नाउ नवभारत से बात करते हुए अफगान महिलाओं ने बताया है कि किस तरह महिलाओं के साथ अत्याचार किया जाता है। महिलाएं अपना दर्द बयां करते-करते रो गईं। दिल्ली में रह रही एक अफगान महिला ने कहा कि मेरा परिवार वहां है। अफगानिस्तान फिर से 20 साल पीछे चला गया है। अब कोई उम्मीद नहीं बची है। 15 साल से हम दिल्ली में रिफ्यूजी हैं। हमारा देश ही नहीं है कोई।
एक अन्य महिला भी अपना दर्द बयां करते हुए भावुक हो गई और कहा कि हर औरत को वहां मौत के मुंह में धकेला जाता है। उनके ऊपर जुर्म किया जाता है, उसी जुर्म से भागकर हम यहां आए हैं। वहां कोई सेफ नहीं है।