- राजस्थान हाईकोर्ट के नए भवन के उद्घाटन समारोह में गहलोत ने करप्शन को लेकर दिया बड़ा बयान
- राजनीति का खेल पूरी तरह से दो नंबर के पैसे पर टिका है- गहलोत
- 45 साल से राजनीति में हूं और अच्छी तरह से जानता हूं कि राजनीति की शुरुआत कैसे होती है - गहलोत
जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजनीतिक का पूरा खेल दो नंबर के पैसे पर टिका है। जोधपुर में राजस्थान हाईकोर्ट के नए भवन का उद्घाटन करते हुए गहलोत ने ये बात कही। इस दौरान केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के अलावा, मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बोबडे और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी मौजूद रहे। इस दौरान गहलोत ने कहा कि चुनाव की शुरुआत ही ब्लैकमनी से होती है।
अपने संबोधन में गहलोत ने भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए कहा, 'गांधी जी ने कहा था कि सत्य ही ईश्वर है। जब ईश्वर ही सत्य है और सत्य ही ईश्वर है तो फिर न्याय पूरा सत्यता पर टिका होना चाहिए। करप्शन जब होता है तो उसके खिलाफ मैं देखता हूं कि सुप्रीम कोर्ट कोई कमी नहीं रखता है। करप्शन के मामले आप देख ही देख रहे हैं।'
राजनितिक दलों के ब्लैक मनी पर पर चर्चा करते हुए गहलोत ने कहा, 'जब तक राजनैतिक दलों की फंडिग दो नंबर के पैसे से होना बंद नहीं होगी तब तक करप्शन खत्म करने की बात करना बेईमानी होगी। पूरा खेल राजनीति का ब्लैक मनी पर टिका हुआ है, चाहे वो बॉन्ड हो, चैक हो या फिर कैश हो। मुझे 45 साल हो गए हैं राजनीति करते हुए, मैं देख रहा हूं कि चुनाव लड़ना ही ब्लैक मनी से शुरू होती है। चंदा लेने से ही ब्लैक मनी की शुरूआत होती है। वो कैसे करप्शन हटा सकते हैं देश से जिनकी शुरूआत ही ब्लैक मनी लेने के साथ होती है।'
मुख्य न्यायाधीश से मामलों पर स्व-मोटो संज्ञान लेने का आग्रह करते हुए कहा, 'ज्यूडिशरी कैसे उम्मीद करेगी कि वो पारदर्शिता से काम कर सके और करप्शन मिटा सके। ये असंभव है जो आज देश में हो रहा है। राजनीतिक दलों की फंडिग हो रही है। इस समय जो बॉन्ड आ गए हैं वो अपने आप में बड़ा स्कैंडल है। मैं सीजेआई से आग्रह करता हूं कि वो तमाम राजनीतिक दल जो चंदा लेते हैं वो दो नंबर का पैसा होता है और उससे शुरूआत होती है सरकार बनने की। तो आप कल्पना कीजिए कि क्या होगा देश का। मेरा CJI से आग्रह है कि इस मामले को स्वप्रेणा से संज्ञान में लें। मेरी सालों से तमन्ना थी कि मैं सुप्रीम कोर्ट के सामने ये बात कहूं और आज ये मौका आया है।'