- इलेक्ट्रिक उपकरण के कबाड़ की अब तक एक करोड़ की हो चुकी है खरीद
- जयपुर के बाद यह अभियान जिलेवार शुरू होगा
- तीन चरणों में प्रदेश में कुल 309 मेट्रिक टन ईवेस्ट एकत्रित हुआ
Jaipur E- waste Collection: राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सार्थक पहल जयपुर निवासियों के लिए सुखद साबित हो रही है। राजधानी के लोग अब घर बैठे इलेक्ट्रिक उपकरण का कबाड़ बेच रहे हैं और भुगतान भी हाथों-हाथ किया जा रहा है। हर सामान की दर निर्धारित हो चुकी है और उसी हिसाब से आमजन को पैसा मिल रहा है। बड़ बात यह है कि, अभियान के रूप में चल रहे इस काम के दौरान अब तक एक करोड़ रुपए की खरीद हो चुकी है।
बता दें कि, पहले यह अभियान केवल औद्योगिक इकाइयों के लिए चलाया गया था और अब हर आम आदमी को इससे जोड़ा जा रहा है। जयपुर के बाद यह अभियान जिलेवार शुरू किया जाएगा।
एक महीने चलेगा अभियान
राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से आज से जयपुर में कॉलोनियों से लेकर व्यवसायिक, औद्योगिक जगहों से घर बैठे ईवेस्ट कलेक्शन के लिए जयपुर जिले में एक महीने के लिए अभियान शुरू हुआ। इसके बदले निर्धारित दरों के हिसाब से आमजन को भुगतान मिलेगा।
आमजन को कबाड़ के बदले में दिए गए एक करोड़ रुपए से अधिक
राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल अध्यक्ष वीनू गुप्ता ने बताया कि, पहले तीन चरणों में प्रदेश में कुल 309 मेट्रिक टन ईवेस्ट एकत्रित हुआ। इसके बदले एक करोड़ रुपए से अधिक आमजन को दिए जा चुके हैं। राजधानी जयपुर से एक महीने के लिए ईवेस्ट को एकत्रित करने के लिए स्थानीय ईवेस्ट रिसाइक्लिंग, डिस्मेटलिंग इकाइयों और उत्पादक इकाइयों के साथ मिलकर ड्राइव शुरू की जा रही है। शहरवासियों से अपील है कि, घर बैठे ईवेस्ट देकर उचित मूल्य लें। ईवेस्ट के शाखा प्रभारी नीरज माथुर( अतिरिक्त मुख्य पर्यावरण अभियंता)ने बताया कि, कॉलोनी में ई-रिक्शा के जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। साथ ही, पंफलेटस आदि भी बांटे जाएंगे। टोंक रोड, अजमेर रोड, वैशालीनगर, मालवीय नगर, सोडाला सहित अन्य जगहों को शामिल किया है।
इलेक्ट्रानिक उपकरणों का मिलेगा उचित मुल्य
राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के पर्यावरणविदों की माने तो आम तौर पर घर-प्रतिष्ठनों एवं कारखानों से निकलने वाले अनुपयोगी और इलेक्ट्रोनिक एवं इलेक्ट्रिकल उपकरणों को कबाड़ी खरीदते हैं, इसके साथ वेस्ट को सामान्यतः गैर वैज्ञानिक तरीके से प्रोसेस किया जाता है। पर्यावरण अभियंता वी. एस. बृजवासी ने बताया कि, इससे निकलने वाले हानिकारक हैवी मेटल्स, प्रदूषक तत्व एवं अन्य रसायन मिट्टी, जल एवं वायु को प्रदूषित करते हैं, जो मानव शरीर में पहुंचकर गंभीर रोग उत्पन्न कर सकते हैं। अप्रचलित कम्प्यूटर पेरीफेरल्स, पर्सनल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, सेल फोन्स, ऑडियो विजुअल इक्विपमेंट और घरेलू उपकरण का अच्छा मूल्य मिल सकेगा।
तारीख,दिन और जगह
8 से 12 अप्रैल तक शुक्रवार—मंगलवार सिविल लाइन, श्याम नगर, सोडाला और न्यूसांगानेर रोड
13 से 17 अप्रैल तक बुधवार— रविवार महेशनगर, गोपालपुरा
18 से 22 अप्रैल तक सोमवार—शुक्रवार मानसरोवर, सांगानेर
23 से 27 अप्रैल तक शनिवार—बुधवार वैशालीनगर, झोटवाड़ा
रिसाइकलर्स और डिसमैटलर्स द्वारा निर्धारित दरें
मेनफ्रेम सर्वर के 85, पीसी के 40, लैपटॉप—नोटपेड—कम्प्यूटर के 100, प्रिंटर के 30, टेलेक्स के 15, टेलीफोन के 15,टीवी के 12, फ्रिज के 35, वाशिंग मशीन के 30,एसी के 80 रुपए प्रति किलो और दर के हिसाब से ईवेस्ट लिया जाएगा। इसी प्रकार प्लास्टिक मिश्रित ई-वेस्ट सात, धातु मिश्रित ईवेस्ट 22, प्रिंटेड सर्किट बोर्ड छह, विदयुत उपकरण छह रुपए किलो के हिसाब से लिया जाएगा। उक्त दरें रिसाइकलर्स और डिसमैटलर्स द्वारा निर्धारित की गई है।