- धारूहेड़ा, बिलासपुर और मानेसर के पास खराब सड़कों की होगी मरम्मत
- पूरे हाईवे पर खर्च होंगे 1000 करोड़ रुपये खर्च
- पीसीपएल कंपनी कर रही मरम्मत का कार्य
Delhi- Jaipur Highway : दिल्ली-जयपुर हाईवे पर वाहन चालकों को अब टूटी सड़क पर सफर नहीं करना होगा। हाईवे के टूटे हिस्से की मरम्मत का कार्य शुरू हो गया है। फिलहाल भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ( एनएचएआई) उस हिस्से की सड़क दुरुस्त कर रहा है, जहां वाहन चालकों को ज्यादा दिक्कत हो रही है।
पूरे हाईवे के नवीनीकरण के लिए अप्रैल महीने से काम शुरू होगा। एनएचएआई इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर रहा है। अगले महीने से नई कंपनियां अपनी नई जिम्मदारी संभालेंगी। अभी मरम्मत का कार्य हाईवे के रखरखाव की जिम्मेदारी संभाल रही पीसीपीएल कर रही है।
पूरे हाईवे पर खर्च होंगे 1000 करोड़ रुपये
गुरुग्राम के खेड़कीदौला टोल से जयपुर तक हाईवे के सुधारीकरण पर एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च होगी। 9 मार्च को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी स्थानीय सांसद एवं केंद्र में योजना राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह के आग्रह पर सूबे के मुखिया मनोहर लाल की उपस्थिती में बकायादा इसका औपचारिक शिलन्यास भी कर चुके हैं। हाईवे के नवीनीकरण की योजना के अनुसार 459 करोड़ रुपये केवल सड़क की मरम्मत ( री-कारपेटिंग) पर ही खर्च होंगे।
अप्रैल में शुरू होगा फ्लाईओवर, अंडरपास का भी निर्माण
परियोजना निदेशक एनएचएआई अजय आर्य ने बताया कि, फिलहाल जिस हिस्से की सड़क ज्यादा खराब हो गई, उस हिस्से की मरम्मत के लिए पीसीपीएल कंपनी को कहा गया है, उसने काम शुरू कर दिया है। धारूहेड़ा, बिलासपुर, मानेसर के पास कई जगह सड़क ज्यादा खराब हो गई है। अप्रैल में फ्लाईओवर, अंडरपास ओवरब्रिज का निर्माण और हाईवे, सर्विस रोड का नवीनीकरण कर दिया जाएगा।
साइबर सिटी गुरुग्राम से पिंक सिटी (जयपुर) तक दो घंटे में सफर का सपना मार्च के बाद साकार हो सकेगा। आफतों से भरे दिल्ली-जयपुर हाइवे का स्वरूप बदलने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने हाइवे के पुनर्निर्माण का पूरा खाका तैयार कर लिया है।