- राजस्थान में चल रहे सियासी घटनाक्रम पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने तोड़ी चुप्पी
- वसुंधरा ने बयान जारी करते हुए कहा- कांग्रेस की कलह की कीमत चुका रही है जनता
- वसुंधरा ने कहा, संकट के इस समय में राज्य का हित सर्वोपरि होना चाहिए
जयपुर: राजस्थान में चल रहे सियासी घटनाक्रम को लेकर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे ने पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए ट्विटर के जरिए प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कांग्रेस पर ट्वीट कर हमला बोला है। इससे पहले कांग्रेस लगातार बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कह रही थी कि वह राज्य में सरकार को अस्थिर करने के प्रयास कर रही है लेकिन इस पर वसुंधरा राजे ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी। लोग वसुंधरा की चुप्पी पर सवाल भी उठा रहे थे। इतना ही नहीं बीजेपी के सहयोगी दल आरएलएसपी के नेता हनुमान बेनीवाल ने तो यहां तक कह दिया था कि वसुंधरा राजे अशोक गहलोत सरकार को बचाने की पूरी कोशिश कर रही है। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट भी इसे लेकर किए थे। अब वसुंधरा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस की आतंरिक कलह की कीमत राज्य के लोग चुका रहे हैं।
संकट के समय कांग्रेस कर रही है ऐसा काम
ट्विटर के जरिए जारी बयान में वसुंधरा ने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस के आंतरिक कलह का नुकसान आज राजस्थान की जनता हो उठाना पड़ रहा है। ऐसे समय में जब हमारे प्रदेश में कोरोना से 500 से ज्यादा मौते हो चुकी हैं और करीब 28 हजार लोग कोरोना पॉजिटिव हैं.....ऐसे समय में जब टिड्डी हमारे किसानों के खेतों पर लगातार हमले कर रही है... ऐसे समय में जब हमारी महिलाओं के खिलाफ अपराध ने सीमाएं लांघ दी हैं.. ऐसे समय में जब प्रदेशभर में बिजली की समस्या चरम पर है.. औऱ ये तो केवल मैं कुछ तथ्य बता रही हूं।'
जनता के हित के बारे में सोचिए
कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए वसुंधरा राजे ने आगे कहा, 'कांग्रेस, भाजपा और भाजपा नेतृत्व पर दोष लगाने का प्रयास कर रही है। सरकार के लिए सिर्फ और सिर्फ जनता का हित सर्वोपरि होना चाहिए। कभी तो जनता के बारे में सोचिए।' इसके साथ वसुंधरा राजे ने राजस्थान फर्स्ट का हैशटैग भी दिया है। लोग इसके बाद भी ट्विटर पर उनसे लगातार सवाल जवाब कर रहे हैं।
बीजेपी कांग्रेस के आरोप- प्रत्यारोप
इससे पहले कांग्रेस ने राजस्थान में ऑडियो क्लिप मामले की भाजपा द्वारा सीबीआई जांच की मांग किए जाने के बाद कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी ने खुलकर स्वीकार कर लिया कि उसने अशोक गहलोत सरकार को अस्थिर करने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त की। वहीं भाजपा प्रवक्तासंबित पात्रा ने कहा कि सारा षड्यंत्र उन्हीं (कांग्रेस) के घर में रचा जा रहा था और संवैधानिक प्रावधानों को ताक पर रखकर फोन टैंपिंग किये जाने सहित विभिन्न प्रकरण की सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए।