- कारोबारी के बैंक लॉकर से 1.25 करोड़ की चोरी से हड़कंप
- कारोबारी ने FIR दर्ज कराने को डीसीपी ईस्ट को दी तहरीर
- डीसीपी ईस्ट ने जांच के लिए कमेटी का गठन किया
Bank Locker Jewellery Theft: कानपुर से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की करांचीखाना ब्रांच में चोरी की खबर से हड़कंप मच गया। यहां एक कारोबारी के बैंक से लॉकर ही गायब हो गया। कारोबारी ने एफआईआर दर्ज कराने के लिए डीसीपी ईस्ट को तहरीर दी है। कारोबारी के अनुसार, वह 27 अप्रैल को बैंक गए थे, जब उन्होंने लॉकर के बारे में जानकारी की तो वहां से लॉकर गायब मिला। गौरतलब है कि ये वहीं बैंक है जहां पर 11 बैंक लॉकरों को काटकर करोड़ों का सामान चोरी किया गया था। 13 अप्रैल 2022 को जब मामले का खुलासा हुआ तो बैंक मैनेजर और शाखा प्रबंधक समेत अन्य लोगों को जेल भेजा गया था। फिलहाल पुलिस ने कारोबारी की तहरीर पर मामले की जांच शुरू कर दी है।
लॉकर तकरीबन 45 साल से भी ज्यादा पुराना
जानकारी के अनुसार, तिलक नगर के रहने वाले बिस्कुट कारोबारी रमेश खन्ना ने बताया कि मेरा और दादी देवकी का ज्वाइंट अकाउंट कानपुर के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया कराचीखाना शाखा में है। उन्होंने बैंक का लॉकर भी लिया हुआ है। बैंक ने उन्हें लॉकर अलॉट किया हुआ था। लॉकर तकरीबन 45 साल से भी ज्यादा पुराना है। लॉकर में 1.900 किलो सोना, 600 ग्राम चांदी और 6 कैरेट डायमंड रखा हुआ था। इसकी मौजूदा समय में कीमत सवा करोड़ रुपये है।
मामले में जांच कमेटी का गठन
कारोबारी ने कहा कि पहले 11 लॉकर काटने का मामला सामने आया था, तो वह भी जांच करने बैंक में गए थे। जांच में उनका लॉकर नहीं मिला। तब से ही वह बैंक के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की जा रही। अब मामले में उन्होंने डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार को तहरीर दी है और जांच कराने की मांग की है। डीसीपी ईस्ट के अनुसार, शुक्रवार को मामले में जांच कमेटी का गठन कर दिया है। थाना प्रभारी की अध्यक्षता में यह कमेटी जांच करेगी। जांच के बाद एफआईआर दर्ज की जाएगी। डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार के अनुसार, इससे पहले 13 अप्रैल 2022 को इसी बैंक के 11 लॉकरों को काटकर करोड़ों के जेवरात चोरी कर लिए गए थे। शाखा प्रबंधक और लॉकर इंचार्ज समेत चार लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।