- कानपुर आईआईटी तैयार करेगा आर्थिक सुरक्षा विशेषज्ञ
- ई-मास्टर्स डिग्री के लिए तैयार किया कोर्स
- खतरों से बचाएंगे कानपुर आईआईटी के विशेषज्ञ
IIT Kanpur News: पूरी दुनिया में आर्थिक क्षेत्र में तेजी से बदलाव आ रहा है। अब सिर्फ डिजिटल वित्त प्रणाली की बात नहीं है बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई), ब्लॉकचेन के साथ मशीन लर्निंग आधारित वित्तीय प्रणाली विकसित करना जरूरी है। जिससे आर्थिक क्षेत्र को आने वाले खतरों से सुरक्षित रखा जा सके। कानपुर आईआईटी अब दुनिया को आर्थिक क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से अब ऐसे ही विशेषज्ञ तैयार करेगा। संस्थान की ओर से क्वांटिटेटिव फाइनेंस एंड रिस्क मैनेजमेंट कोर्स शुरू होने पर वक्ताओं ने यह बात कही।
वक्ताओं ने कहा कि, कोविड महामारी ने अर्थव्यवस्था को भारी झटका दिया है। डिजिटलीकरण में अब कुछ नया नहीं है। वर्तमान में एआई और मशीन लर्निंग का उपयोग निवेश, चैटबॉट और अन्य सुविधाओं को बेहतर बनाने में किया जा रहा है।
ऑनलाइन है यह कोर्स
ब्लॉकचैन, मशीन लर्निंग, मार्केट और डेटा इंटेलीजेंस, क्वांटिटेटिव मॉडलिंग आदि जैसी मांगी जाने वाली तकनीकों पर स्मार्ट फैसले लेने वाले पेशेवरों की मांग है। आईआईटी कानपुर ने यह ई-मास्टर्स डिग्री इसी को ध्यान में रख तैयार की है। इस पाठ्यक्रम में अर्थशास्त्र, जटिल डेरिवेटिव, बड़े डेटा विश्लेषण, ट्रेजरी और क्रेडिट जैसे दस मॉड्यूल शामिल हैं। इस कोर्स को एक से तीन वर्ष के बीच पूरा किया जा सकता है। यह कोर्स ऑनलाइन है और इसमें पेशेवर दाखिला ले सकते हैं।
कोरोना के बाद संस्थान का फोकस डिजिटलीकरण पर
आपको बता दें कि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), ब्लॉक चेन और मशीन लर्निंग पर आधारित वित्तीय प्रणाली भी यहां विकसित की जाएगी। इन तकनीकों के जरिये आर्थिक क्षेत्र को भविष्य में संभावित खतरों से बचने में मदद मिलेगी। इसके लिए संस्थान ने क्वांटिटेटिव फाइनेंस एंड रिस्क मैनेजमेंट कोर्स तैयार किया है। कोरोना के बाद संस्थान का फोकस डिजिटलीकरण पर है। वहीं, आईआईटी अब 5जी, 6जी और एज कंप्यूटिंग के विशेषज्ञ तैयार करेगा। आने वाली 5जी तकनीक और भविष्य की जरूरत 6जी तकनीक के विशेषज्ञों को तैयार करने के लिए संस्थान ने संचार प्रणाली में एक ई-मास्टर्स प्रोग्राम शुरू किया है। इस कोर्स में तीन जून तक आवेदन किया जा सकता है। इसमें वे प्रोफेशनल ही हिस्सा लेंगे, जो अब तक इसी सेक्टर से जुड़े हैं।