- कानपुर में लाल इमली से चुन्नीगंज जाने वाला रास्ता बंद
- लाल इमली चौराहे से चुन्नीगंज की ओर नहीं जा सकेंगे वाहन
- चुन्नीगंज से नरोना चौराहे तक चार भूमिगत मेट्रो स्टेशनों का निर्माण
Kanpur Traffic Diversion: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में भूमिगत मेट्रो निर्माण के लिए लाल इमली से चुन्नीगंज की तरफ जाने वाला मार्ग लगभग दो साल के लिए बंद कर दिया गया है। नया रूट डायवर्जन लागू हो गया है। दो दिन के लिए डायवर्जन का ट्रायल किया गया था। जिसे स्थायी कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन कॉरिडोर-1 के फेज-2 के तहत चुन्नीगंज से नरोना चौराहे तक चार भूमिगत मेट्रो स्टेशनों (चुन्नीगंज, परेड, बड़ा चौराहा, नयागंज मेट्रो स्टेशन) का निर्माण करा रहा है। चारों स्टेशनों के लिए रूट डायवर्जन किया गया है।
डायवर्जन के अनुसार नवीन मार्केट से आने वाले वाहनों को लाल इमली चौराहे तक पहुंचने के बाद दायीं और मुड़ना होगा। इसके बाद वे अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल के सामने वाली सड़क से होते हुए चुन्नीगंज पहुंच सकेंगे या ग्वालटोली से बाएं मुड़कर चुन्नीगंज स्थित शनिदेव मंदिर के पास से आजाद नगर की ओर जा सकेंगे।
ट्रैफिक पुलिस ने दी डायवर्जन को हरी झंडी
पहले डायवर्जन के अनुसार चुन्नीगंज से नवीन मार्केट की तरफ आने वाले वाहन ग्वालटोली होते हुए लाल इमली या नवीन मार्केट की तरफ जा रहे थे। इसमें अब बदलाव किया गया है। अब लाल इमली से चुन्नीगंज पहुंचने का रास्ता भी बंद कर दिया गया है। ट्रैफिक पुलिस ने डायवर्जन को हरी झंडी दे दी है। आपको बता दें कि जमीन नहीं मिलने पर मेट्रो रेल प्रबंधन ने मकरावटगंज के पास चुन्नीगंज में भूमिगत स्टेशन का निर्माण रोक दिया था। हाल ही में स्टेशन निर्माण के लिए ब्रिटिश इंडिया कारपोरेशन (बीआईसी) ने जमीन देने की हामी भरी थी।
इन जगहों पर बनेंगे भूमिगत स्टेशन
आपको बता दें कि कानपुर जिले में 23 किलोमीटर लंबी मेट्रो रेल लाइन बिछाई जा रही है। यहां 23 मेट्रो स्टेशन में से सात भूमिगत स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा। बड़ा चौराहा, चुन्नीगंज, नयागंज, नवीन मार्केट, झकरकटी, ट्रांसपोर्ट नगर और सेंट्रल स्टेशन भूमिगत होंगे। वहीं कानपुर में मेट्रो रेल का पूरा काम दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है। मेट्रो रेल प्रबंधन ने बताया कि जिस तरह से पहले फेज का काम तय समय में पूरा किया गया है, उसी तरह से बाकी फेज के काम भी करने की कोशिश है।