- 26 लाख की ठगी के मामले में पुलिस ने दो को गिरफ्तार
- कानपुर में बैंक मैनेजर से 26 लाख रुपए की की थी ठगी
- पेट्रोल पंप पर रकम को कैश कराते समय ठग हुए गिरफ्तार
Kanpur Cyber Crime: कानपुर में बैंक मैनेजर से 26 लाख रुपये की ठगी करने वाले ठगों के गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। ठगी के मामले में इन ठगों को रंगे हाथ पकड़ा गया। दरअसल यह ठग पेट्रोल पंप से रकम को कैश करवा रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने छापा मारकर इन ठगों को गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की गांधीग्राम शाखा के मैनेजर के साथ 26.50 लाख रुपए की ठगी का क्राइम ब्रांच ने रविवार को खुलासा कर दिया है। बिहार के शातिर साइबर ठगों ने बैंक मैनेजर को झांसे में लेकर खाते से 26.50 लाख रुपए उड़ा दिए थे। पेट्रोल पंप से रुपए एक्सचेंज कराने से पहले ही पेट्रोल पंप कुशीनगर की पुलिस ने इन्हें दबोच लिया। दोनों साइबर ठग के पास से सैकड़ों एटीएम, आधार कार्ड समेत अन्य माल बरामद हुए हैं।
बैंक मैनेजर के खाते से ठगों ने उड़ाई थी 26.50 लाख रुपए की रकम
एसबीआई गांधीग्राम शाखा के बैंक मैनेजर संजय कुमार लामा से पिछले साल अगस्त में 26.5 लाख रुपए की ठगी हुई थी। इस मामले में पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा भी दर्ज किया था। एसआर मोटोकॉर्प प्राइवेट लिमिटेड के मालिक बन कर अभियुक्तों ने 26.5 की ठगी की थी। इतनी बड़ी ठगी का खुलासा करने के लिए क्राइम ब्रांच और साइबर सेल ने टीम गठित कर जालसाजों की तलाश कर रही थी।
आरोपी कुशीनगर राज हाईवे पेट्रोल पंप पर पेट्रोल पंप वालों को कमीशन देकर उनसे नगद रुपए लेना चाहता था। पेट्रोल पंप मालिक को इतनी बड़ी रकम के लेनदेन पर संदेह हुआ जिसके बाद उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। थाना खलीलाबाद पुलिस ने ठगी के मुख्य आरोपी अनुज शर्मा और सुमित वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूछताछ में दोनों ने बैंक मैनेजर से ठगी की बात स्वीकार की है।
जालसाजों के पास सैकड़ों एटीएम कार्ड व जाली दस्तावेज भी बरामद
थाना खलीलाबाद की पुलिस ने जब जालसाजों को गिरफ्तार किया तो उनके पास से कई फर्जी दस्तावेज सहित सैकड़ों एटीएम कार्ड बरामद हुए थे। एसपी कैंट मृगांक पाठक ने बताया कि प्रदीप शर्मा और सुमित वर्मा के पास से भारी मात्रा में एटीएम कार्ड और जाली दस्तावेज सहित कई संदिग्ध सामान बरामद हुए हैं। शातिर ठगों के पूरे गिरोह को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। पूछताछ के दौरान जिन लोगों के नाम सामने आए हैं उनकी भी तलाश जारी है। जालसाजों ने बताया कि अभी तक उन्होंने कई करोड़ रूपए की ठगी को अंजाम दिया है। उन्होंने ठगी के हजारों वारदात को अंजाम दिया है जिनमें से आधे से अधिक वारदातें उनको याद भी नहीं है।