- कोरोना काल के पहले भेजे गए प्रस्ताव पर मंडल स्तर पर दोबारा कवायद शुरू
- यात्रियों को मिलेगा इलाज की सुविधा का सीधा लाभ
- दिल्ली- हावड़ा रूट का अहम स्टेशन है कानपुर सेंट्रल स्टेशन
Kanpur Rail Medical: कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर पुणे स्टेशन के यात्रियों को आकस्मिक चिकित्सा सुविधा देने के लिए आउटसोर्सिंग डॉक्टरों को 24 घंटे तैनाती की कवायद शुरू कर दी गई है। यहां डिस्पेंसरी की भी व्यवस्था की जा रही है। इससे यहां आगमन करने वाले यात्रियों को बड़ा लाभ पहुंचेगा। दरअसल बड़ा रेलवे स्टेशन होने की वजह से यहां आए दिन यात्रियों के बीमार होने की सुचानाएं आती हैं। मरीजों को अटेंड करने के लिए लोको अस्पताल से डॉक्टरों को बुलाया जाता है।कभी कभार तो केस इतने ज्यादा होते हैं कि डॉक्टरों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने में घंटों लग जाते हैं। ऐसे में अगर स्टेशन पर ही डिस्पेंसरी और डॉक्टर होंगे तो इलाज की सुविधा होगी। यात्रियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। पुणे रेलवे स्टेशन पर यह सुविधा सफल है। कानपुर सेंट्रल स्टेशन दिल्ली-हावड़ा रूट का आहम स्टेशन है।
यात्रियों को इलाज के बदले फीस देने में गुरेज नहीं
कई बार रेल यात्री रेलवे के बड़े अधिकारियों से यह मांग कर चुके हैं कि उन्हें कानपुर सेंट्रल पर फौरी इलाज की सुविधा दी जाए। लोको अस्पताल से डॉक्टरों को बुलाने में देर होती है, जबकि स्टेशन पर बीमार यात्रियों को इमरजेंसी मेडिकल की जरूरत होती है। यूं भी इलाज के लिए मरीज सौ रुपये फीस देता है। यात्रियों ने मांग की थी की उन्हें स्टेशन परिसर पर आकास्मिक इलाज की सुविधा मिलेगी तो वो इसके फीस देने से गुरेज नहीं करेंगे।
कोरोना काल से पहले बन गई थी सहमति
कोरोना काल के पहले लोको अस्पताल के सीएमएस डॉ. पीके सरदार ने इस संबंध में फाइल प्रयागराज मंडल के अधिकारियों तक पहुंचाई थी। इस पर सहमति भी बन गई थी, लेकिन कोरोना संक्रमण काल में टल गया। अब इसकी कवायद मंडल स्तर पर शूरू की गई है। इसके लिए कानपुर सेंट्रल प्रशासन डिस्पेंसरी के लिए जगह देने के लिए तैयार है। कानपुर सेंट्रल के निदेशक हिमांशु शेखर उपाध्याय ने इस संबंध में बताया कि, कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर डॉक्टरों की स्थायी मौजूदगी के लिए कवायद चल रही है। निर्देश मिलते ही स्टेशन पर जगह उपलब्ध करा दी जाएगी। इस सुविधा से यात्रियों को स्टेशन पर फौरी प्राथमिक इलाज मिलना संभव होगा।