नई दिल्ली: पीएम मोदी की कार्यशैली कुछ अलग हटकर है तभी तो वो कुछ करते हैं तो वो चर्चा का विषय बन जाता है, पीएम मोदी शनिवार को कानपुर में थे वहां उन्होंने नेशनल गंगा काउंसिल बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने नमामि गंगे परियोजना पर मंथन किया। बैठक में नमामि गंगे के अगले चरण और नई कार्य योजना को लेकर विमर्श के साथ ही कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गए।
बैठक के बाद मोदी ने अटल घाट पहुंचकर 'मां गंगा' को नमन किया। इसके बाद उन्होंने स्टीमर के जरिए गंगा की सफाई का निरीक्षण किया। परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी हिस्सा लिया।
इस दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी मौजूद रहे।
इस बीच समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री की इस यात्रा पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि 'सुना है प्रधान जी गंगा की स्वच्छता व प्रदूषण मुक्ति के लिए कानपुर में बड़ी बैठक कर रहे हैं। वहाँ निरीक्षण के समय फिर से गंगा में गिरनेवाले नालों का मुख मोड़कर 'नकली सफाई' को झूठ का चश्मा पहनाया जाएगा। सलाह है कि प्रधान जी पहले भ्रष्टाचार का गोमुख साफ़ करें, तब कानपुर पहुँचें।'
बता दें कि गंगा नदी समिति, सुरक्षा व प्रबंधन की पहली बैठक है जिसकी प्रधानमंत्री मोदी ने अध्यक्षता की।बैठक में पांच राज्यों यूपी, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में गंगा की स्थिति को लेकर मंथन किया गया। प्रधानमंत्री ने इन प्रदेशों में गंगा को निर्मल और अविरल बनाने के लिए अभी तक जो भी कार्य हुए हैं, उनकी समीक्षा की।