- 500 करोड़ से बनेगा सरसैया घाट पुल
- गंगा पर बनने वाला 1.825 किलोमीटर लंबा होगा पुल
- यूपीएसआईडीसी की बोर्ड बैठक में मिलेगी सरसैया घाट पुल को हरी झंडी
Ganga Bridge: सेतु निगम सरसैया घाट पर 500 करोड़ रुपये से चार लेन का पुल बनाएगा। यह पुल शहर में बनने वाला सबसे लंबा पुल होगा। इसकी लंबाई 1.825 किलोमीटर है। चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद प्रस्तावित यूपीएसआईडीसी बोर्ड की बैठक में इस पुल निर्माण के लिए हरी झंडी मिलने की संभावना है। इससे बड़ा चौराहे से सीधे शुक्लागंज तक फर्राटा भरा जा सकेगा। शहर से शुक्लागंज, उन्नाव, लखनऊ आने-जाने वाले लाखों लोगों को जाम से निजात मिलेगी।
नया गंगा पुल करीब 800 मीटर लंबा
सेतु निगम की तरफ से तैयार डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार, सरसैया घाट की ऐतिहासिक इमारत को बचाते हुए इसके दोनों तरफ से दो-दो लेन का निर्माण होगा, जो आगे डूब क्षेत्र में आपस में मिल जाएगा। सेतु निगम के परियोजना प्रबंधक कैसर मसूद अंसारी ने बताया कि पुल की डीपीआर यूपीएसआईडीसी को सौंप दी गई है। चुंकि सरसैया घाट से शुक्लागंज के बीच नदी का पाट चौड़ा है और इसे शुक्लागंज की तरफ सड़क से जोड़ना है। इसलिए इसकी लंबाई 1.825 किलोमीटर हो गई है। नया गंगा पुल करीब 800 मीटर लंबा है। बैराज और जाजमऊ पुल भी एक किलोमीटर से ज्यादा लंबे नहीं हैं।
चुनाव आचार संहिता की वजह से यूपीएसआईडीसी बोर्ड की बैठक नहीं हो पाई। एक महीने बाद यह बैठक होने की संभावना है। बैठक में धन की स्वीकृति और धनावंटन होने के बाद निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इसके निर्माण से लखनऊ और कानपुर के लोगों को आवागमन में सहूलियत मिलेगी। शहरवासियों को भी जाम से निजात मिलेगी। निर्माण में तीन से चार साल लग सकते हैं। गौरतलब है कि यूपीएसआईडीसी की बोर्ड बैठक में सरसैया घाट पुल को हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। सरसैया घाट पुल के निर्माण से कानपुर और लखनऊ के लाखों लोगों को फायदा होगा। इससे आवागमन भी काफी सरल होगा और जाम से निजात भी मिल सकेगी।