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ज्‍यादा पानी पीना हो सकता है खतरनाक, हो सकती हैं बड़ी परेशानियां

Updated Jun 14, 2020 | 12:42 IST

Water Intoxication: यह बात भी है कि अगर कम पानी पिया तो शरीर थका हुआ और डी-हाइड्रेटेड हो जाता है। मगर ज्‍यादा पानी पीने के भी अपने नुकसान है। यहां जानिए ज्‍यादा पानी पीने के नुकसान।

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पानी पीना
मुख्य बातें
  • जरूरत से ज्‍यादा पानी पीना सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है
  • हाइपोनेट्रिमया से बचने के लिए पानी का सेवन सिर्फ तभी करना चाहिए जब प्‍यास लगी हो
  • ज्‍यादा पानी पीने से कोशिकाओं में सूजन आने लगती है

क्‍या आप भी बहुत ज्‍यादा पानी पीते हैं? हम तो लंबे समय से सुनते आ रहे हैं कि ज्‍यादा मात्रा में पानी पीना जरूरी है। पानी शारीरिक तरल पदार्थों के संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। हमारे शरीर में 60 प्रतिशत तक पानी होता है, जो तरल पदार्थ पाचन, अवशोषण, पोषक तत्‍व पहुंचाने और शरीर के तापमान को ठीक बनाए रखने में मदद करता है। पता हो कि कम पानी पीने से शरीर थका हुआ और डी-हाइड्रेटेड हो जाता है, लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि जरूरत से ज्‍यादा पानी पीना भी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है? एक इंटरनेशनल विशेषज्ञ पैनल के दिशा-निर्देशों के मुताबिक हाइपोनेट्रिमया (ईएएच) (खून में सोडियम की कमी) से बचने के लिए पानी का सेवन सिर्फ तभी करना चाहिए जब आपको प्‍यास लगी हो। यह दिशा-निर्देश क्लिनीकल जरनल ऑफ स्‍पोर्ट मेडिसिन में छपे थे।

ज्‍यादा पानी पीने के नुकसान इस प्रकार हैं: 

  • जरूरत से ज्‍यादा पानी पीना सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
  • किडनी की ज्‍यादा पानी पचाने की क्षमता कमजोर होने लगती है और शरीर में मौजूद सोडियम पतला होने लगता है।
  • ज्‍यादा पानी पीने से कोशिकाओं में सूजन आने लगती है, जो जीवन के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।
  • प्‍यास लगने के पीछे स्‍वाभाविक सी रणनीति कार्य करती है कि ज्‍यादा पानी पीने की सीमा होनी चाहिए और ज्‍यादा डी-हाइड्रेशन से बचने के लिए। जब पर्याप्‍त तरल पदार्थ दिए जाते हैं तो उससे हाइपोनेट्रिमया का विकास होता है।

ज्‍यादा पानी पीने से होने वाले नुकसानों की पहचान के लक्षण

  • ईएएच के शुरूआती लक्ष्ण हैं चक्कर आना, उबकाई, सूजन और एथलेटिक इवेंट के दौरान वजन बढ़ना।
  • समस्या बढ़ा जाने पर ईएएच के दौरान उल्टी, सिर दर्द, मानसिक स्थिती का बदलना ( भ्रम, उत्तेजक और बेहोशी) और कोमा जैसे लक्ष्ण देखने को मिलते हैं।
  • कठिन प्रतियोगिता जैसे मैराथन, ट्रायथलॉन, तैराकी, रेस और सैन्य अभ्यास के दौरान ईएएच हो सकता है।
  • बहुत ज़्यादा पानी का सेवन किडनी के अनुचित तरीके से कार्य करने को दर्शाता है। जरूरत से ज़्यादा पानी पीने से हृदय की मांसपेशियों पर अनावश्यक भार और रक्त प्रवाह कम होने जैसी समस्या हो सकती हैं।
  • सामान्य से मध्यम स्तर तक का डी-हाइड्रेशन सहनीय होता है। बिना प्रदर्शन में कमी, एक एथलिट प्रतियोगिता के दौरान अपने बॉडी से तकरीबन तीन प्रतिशत तक वजन कम कर लेता है।
  • एक स्वस्थ व्यक्ति को प्रतिदिन आठ ग्लास पानी पीना चाहिए। गर्मियों में पानी की खपत बढ़ा देनी चाहिए। जो लोग हाई-फाइबर डाइट पर होते हैं, उन्हें आठ ग्लास से ज़्यादा पानी पीना चाहिए। 

डिस्‍क्‍लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।