- माता-पिता बच्चों को हेल्दी फूड के साथ-साथ स्वादिष्ट भोजन दें।
- इन तरीकों से आप बच्चों में डाल कर सकते हेल्दी फूड खाने की आदत
- इस दौरान अपने बच्चों की पसंद को अच्छी तरह से समझें।
हर माता-पिता अपने बच्चों की सेहत को लेकर चितिंत रहते हैं और अक्सर यह सोचते हैं कि आखिर उनके बच्चे ने क्या खाया होगा। लेकिन माता-पिता खाने के साथ-साथ यह भी ध्यान रखें, बच्चे का डायट हेल्दी हो। इसके लिए बेहद जरूरी है कि उन्हें हेल्दी खाना खाने की आदत डलवाएं। रिसर्च के मुताबिक बच्चों में मोटापा, कमजोरी या फिर खाने-पीने की परेशानी को उनके क्षमताओं के अनुसार समझा जा सकता है। इसके लिए बच्चों में हेल्दी खाने की आदत शुरू से डलवाएं।
बच्चों का ध्यान जंक फूड पर न जाए, इसके लिए माता-पिता को एक पॉजिटिव वातावरण बनाने की जरूरत है। हर वक्त क्या और कैसे खाने पर जोर नहीं देना चाहिए क्योंकि इससे आप हेल्दी खाने की तरफ ध्यान नहीं दे पाते हैं। वहीं घर में हेल्दी फूड के साथ-साथ स्वादिष्ट भोजन पर ध्यान केंद्रित करें, इससे आप बच्चों न चाह कर भी खाएंगे। वहीं एक साल के बच्चों में हेल्दी फूड खाने की आदत अगर शुरू से लगाया जाए तो आपको मुश्किले कम होंगी।
इन तरीकों से आप बच्चों में डाल कर सकते हेल्दी फूड खाने की आदत
- माता-पिता या फिर केयरटेकर बच्चों के भूख लगने के संकेतों पर ध्यान दें। बच्चों को उनकी इच्छा से अधिक खाने के लिए दबाव नहीं डालना चाहिए।
- माता-पिता इस बात का पर ध्यान न दें कि बच्चा क्या खाता है या कितना खाता है बल्कि एक अलग-अलग तरह के आहार के लिए उन्हें प्रोत्साहित करने की कोशिश करें। वहीं इस बीच इस बात का भी ख्याल रखें कि खाना हेल्दी हो। इसके अलावा बच्चों की रुचि खाने से खत्म न हो इसके लिए एक ही तरह का डिश न दें। इस दौरान उनकी पसंद से खाना उन्हें ऑफर करें।
- बच्चों को खाना खिलाते वक्त रूटीन सेट करें, इसमें सुबह के नाश्ते से लेकर रात के डिनर तक के लिए तय कर लें, उन्हें क्या खिलाना है और क्या नहीं।
- माता-पिता को एक हेल्दी लाइफस्टाइल बनाएं, क्योंकि अगर आप हल्दी रहेंगे तो अपने बच्चों को हेल्दी रहने की सलाह देंगे। इस तरह बच्चे खुद निर्णय ले सकेंगे कि उन्हें क्या खाना है और क्या नहीं। बच्चों को स्वस्थ्य रहने के लिए बेहद जरूरी है कि उन्हें पौष्टिक आहार की समझ हो।
- एक साल से कम बच्चों के माता-पिता को उनके भूख के पैटर्न के अनुसार ही उन्हें फीड कराने की कोशिश करें। इस दौरान उनके परवरिश पर अधिक रुचि लें, जैसे उनकी एक्टिविटी को नोटिस करें, निप्पल छुड़वाने की कोशिश करना, सोने के पैटर्न को समझना आदि।
- खाना बर्बाद करने से बचें, इसके साथ ही उतना ही खाना उन्हें परोसे जितना वह खाते हैं। कई बार थाली में अधिक खाना परोस देने की वजह से बच्चों को जबरदस्ती खाना पड़ता है, इस वजह से वह मोटापे या अन्य किसी बीमारी के शिकार हो सकते हैं।
- बच्चे को न्यूट्रिशन का महत्व समझाना काफी मुश्किल है, लेकिन अगर आप चाहे तो उन्हें सब्जियों और फलों के रंग से उन्हें बता सकते हैं। उनकी सेहत बनी रहे इसके लिए जरूरी है कि 7 रंग की चीजें खाएं।