- आंखों की देखभाल को लेकर कोई भी लापरवाही ठीक नहीं होती है
- तुलसी और पुदीना आंख की जलन और दर्द दूर करने के लिए है रामबाण उपाय
- आंख में जलन और दर्द से हैं परेशान तो ठंडे पानी से मारें आंख पर छींटे
नई दिल्ली: कोरोना के प्रकोप की वजह से पिछले डेढ़ साल से अधिकतर ऑफिसों में वर्कफ्रॉम होम चल रहा है और एक तरह से घर ही अब ऑफिस बन गया है। ज्यादातर लोगों का काम वर्क फ्रॉम होम से ही रहा है। वर्क फ्रॉम की स्थिति में लैपटॉप,कंप्यूटर और मोबाइल ही सहारा होते हैं लिहाजा आखों पर दबाव होना लाजिमी है। ऐसे में आंखों की उचित देखभाल की जरूरत होती है।
हमारे शरीर में आंखें बेहद संवेदनशील होती हैं, इसलिए उन्हें ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है। आंखों को लेकर एक छोटी सी लापरवाही आपके लिए भारी पड़ सकती है। ऐसे में यदि आपकोआंखों से संबंधित कोई भी परेशानी होती है, तो तुरंत अपने डॉक्टर की सलाह लें।था आंख में जलन या तनाव होने पर आप घरेलु उपचार के जरिए भी मदद ले सकते हैं। लेकिन डॉक्टर की सलाह ज्यादा श्रेयस्कर होगी।
ठंडा पानी
ठंडा पानी आंखो की जलन और दर्द दूर करने का सबसे कारगार उपाय है। स्क्रीन के सामने घंटों काम करने के बाद आंखो में जलन या दर्द आम समस्या है, इसे दूर करने के लिए आप ठंडे पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आंखो के तापमान को कम करने में मदद करता है, जिससे आप लंबे समय तक तरोताजा महसूस कर सकते हैं। ध्यान रखें आखों पर जोर जोर से छींटा बिल्कुल नहीं मारे।
गुलाब जल
गुलाब जल आंखों की थकान और जलन दूर करने के लिए सबसे कारगार उपाय है। ऐसे में आप गुलाब जल में रूई की बाती डुबोकर इसका पैच बनाकर आंख पर रख सकते हैं।दूसरा तरीका यह है कि गुलाब जल की कुछ बूंद आंखों में डालकर लेट जाएं। इससे आपकी आंख साफ हो जाएगी और थकान भी दूर हो जाएगी। साथ ही इसके लिए आप डॉक्टर की सलाह पर रिफ्रेश टियर्स आई ड्रॉप या कोई अन्य ड्रॉप डॉक्टर की सलाह प रले सकते हैं।
तुलसी और पुदीना
आयुर्वेद में तुलसी का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। तुलसी और पुदीना आंखों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह आंख की जलन और दर्द दूर करने के लिए रामबाण उपाय है। इसके लिए आप तुलसी और पुदीने को रातभर पानी में भिगा कर छोड़ दें, सुबह होने पर इसके पानी से आंख में छींटे मारें या फिर पानी से धो लें। ऐसा करने के बाद आप पूरे दिन तरोताजा महसूस करेंगे।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)