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Mother's Day 2020: मांओं को समर्पित है ये दिन, जानिए मदर्स डे का महत्व और क्या है इसका स्वर्णिम इतिहास

Updated May 07, 2020 | 12:29 IST

Mother's Day History: मदर्स डे को लेकर हर कोई के मन में ये सवाल जरूर उठता है कि इस सेलिब्रेशन की शुरुआत कहां से हुई। आपको बता दें कि मदर्स डे सेलिब्रेशन की शुरुआत सबसे पहले अमेरिका से हुई थी।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
मदर्स डे का महत्व और इतिहास (Source: Pixabay)
मुख्य बातें
  • मांएं हर किसी के जीवन का अहम व अटटू हिस्सा होती हैं
  • हर साल मदर्स डे मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है
  • मदर्स डे सेलिब्रेशन की शुरुआत सबसे पहले अमेरिका से हुई थी

मांएं हर किसी के जीवन का अहम हिस्सा होती हैं। हर साल मदर्स डे मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। इस साल 10 मई को मदर्स डे मनाया जाएगा। जन्म देने के पहले से लेकर जन्म देने के बाद और फिर पूरी जिंदगी तक एक मां अपने बच्चे की निस्वार्थ भाव से देखभाल करती है। इसके लिए वह अपनी जिंदगी के कई खूबसूरत पलों का अपने शौक का त्याग करती हैं। मां की इसी खूबसूरती को सेलिब्रेट करने के लिए हर साल दुनिया भर में मदर्स डे मनाया जाता है। इस दिन हर कोई अपनी मां के लिए स्पेशल प्लानिंग करते हैं उन्हें अलग-अलग तरह से सरप्राइज देते हैं और उन्हें स्पेशल फील करवाते हैं।

मदर्स डे को लेकर हर कोई के मन में ये सवाल जरूर उठता है कि इस सेलिब्रेशन की शुरुआत कहां से हुई। आपको बता दें कि मदर्स डे सेलिब्रेशन की शुरुआत सबसे पहले अमेरिका से हुई थी। 20वीं सदी की शुरुआत में सबसे पहले अन्ना जारविस ने इस दिन को सेलिब्रेट किया था। 1905 में उनकी मां की मृत्यु हो गई थी और उन्हीं की याद में अन्ना जारविस ने मदर्स डे सेलिब्रेट किया था। इसके लिए उन्होंने वेस्ट वर्जीनिया के सेंट एंड्रयू मेथोडिस्ट चर्च में मेमोरियल आयोजित किया। तब से लेकर आज तक हर साल हर कोई अपनी मांओं के त्याग को याद करते हुए मदर्स डे सेलिब्रेट करता है।

इस दिन को कैसे मदर्स डे तय किया गया
अन्ना जारविस ने अपनी मां के निधन के बाद ही मदर्स डे को हॉलीडे घोषित करने की पहल शुरू की। आपको जानकर हैरानी होगी कि अलग-अलग देशों में मदर्स डे के लिए अलग-अलग तारीख तय है। यूके में मई माह के चौथे रविवार को मदर्स डे मनाा जाता है जबकि वहीं ग्रीस में 2 फरवरी को मदर्स डे सेलिब्रेट किया जाता है।

मदर्स डे का इतिहास
अन्ना जारविस की मां एन रीव जारविस ने सोशल वर्कर थी और वे घायल अमेरिका सिविल वॉर में अमेरिकी सैनिकों की मदद करती थी, जब वे घायल हो जाते थे तब वे उनकी देखभाल करती थी और उनके स्वास्थ्य में उनकी मदद करती थी। उन्होंने मदर्स डे वर्क क्लब भी बनाया था जहां पर वे पब्लिक हेल्थ के लिए लोगों को जागरुक करती थीं। इसके अलावा वे लोगों से मांओं के सम्मान में स्पेशल डे सेलिब्रेट करने की अपील करती थी। उनका तर्क था कि मांओं ने अपने बच्चों के लिए कितने त्याग किए हैं इसलिए किसी खास मौके पर उन्हें सेलिब्रेट करना चाहिए और उन्हें सम्मान देना चाहिए। अन्ना अपनी मां की याद में मदर्स डे सेलिब्रेट करना चाहती थीं और इस दिन को सेलिब्रेट करने की नींव यहीं से पड़ी।

चूंकि ऑफीसियल हॉलीडे घोषित करने का प्रपोजल जब यूएस कांग्रेस ने ठुकरा दिया तो इसके बाद 1911 में अमेरिका के सभी राज्यों ने अपनी तरफ से इस दिन को हॉलीडे घोषित कर दिया। इसके बाद धीरे-धीरे ये प्रचलन पूरी दुनिया में मशहूर हो गया और हर कोई अपनी मां के सम्मान में मदर्स डे सेलिब्रेट करने लगा।

इस तरह करते हैं सेलिब्रेट
इस दिन लोग अपने-अपने तरीके से मदर्स डे सेलिब्रेट करते हैं। कोई अपनी मां को अपने हाथों से बनाकर स्पेशल कार्ड गिफ्ट करता है तो कोई उनकी पसंदीदा चीज खरीदकर उन्हें सरप्राइज गिफ्ट करता है तो कोई उनकी याद में कविताएं लिखता है। इस तरह से लोग अपनी मां के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं। हालांकि आज की तारीख में इस डे का भी कॉमर्शियलाइजेशन हो गया है। पैसों से हर चीज को तोला जाने लगा है लेकिन चाहे जो भी हो माओं के लिए बच्चो का प्यार और बच्चों के लिए मां के प्यार का कभी भी कोई मोल नहीं हो सकता है।