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क्या है आर्ट थेरेपी, लॉकडाउन में डिप्रेशन का हो रहे हैं शिकार तो अपनाएं ये जरिया

Updated Apr 15, 2020 | 13:45 IST

लॉकडाउन में फंसे ऐसे लोग जो बीमार हैं, सेल्फ आइसोलेटेड हैं, डिप्रेशन में हैं उनके लिए आर्ट थेरेपी बड़े ही काम की चीज है। रिसर्चर ने भी दावा किया है कि आगर आप तनाव में हैं तो आर्ट को अपना जरिया बना लें।

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क्वारंटीन आर्ट (Source: Pixabay)
मुख्य बातें
  • दुनियाभर के 200 से अधिक देशों में कोरोना वायरस ने तबाही मचा रखी है
  • लॉकडाउन में डिप्रेशन का हो रहे हैं शिकार तो आर्ट को बनाएं जरिया
  • आर्ट थेरेपी मानसिक स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए कारगर माना जाता है

दुनियाभर के 200 से अधिक देशों में कोरोना वायरस ने तबाही मचा रखी है। पूरे विश्व में इस महामारी से अब तक 1 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 10 लाख से भी ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। वहीं भारत की बात की जाए तो यहां पर भी 350 से ज्यादा लोगों की अब तक मौत हो चुकी है और 11 हजार से भी ज्यादा इसके मामले सामने आ चुके हैं। 

इसकी बढ़ते खतरे को देखते हुए ही भारत सरकार ने देशभर में लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाकर 3 मई तक कर दी है ताकि लोग अपने घरों से बाहर ना निकलें और बाहरी लोगों से संपर्क ना कर पाएं। कुछ लोगों के लिए लॉकडाउन बढ़ना एक बड़ी समस्या बन गया है। उनके लिए घर पर बंद रहना जैसे जेल में कैद होने जैसा हो गया है।

लॉकडाउन में फंसे ऐसे लोग जो बीमार हैं, सेल्फ आइसोलेटेड हैं, डिप्रेशन में हैं उनके लिए आर्ट थेरेपी बड़े ही काम की चीज है। रिसर्चर ने भी दावा किया है कि अगर आप घरों में कैद हैं तो आर्ट को अपना जरिया बना लें इससे आपके मेंटल हेल्थ पर काफी सकारात्मक असर पड़ता है।

क्या है आर्ट थेरेपी
जब इंसान डिप्रेशन या तनाव में रहता है और वह कुछ बोलने की अवस्था में नहीं होता है यानि कि वह अपनी बातों को अच्छे से एक्सप्रेस नहीं कर पाता है ऐसे में उसकी भानवाओं को आर्ट के जरिए व्यक्त किया जाता है। आर्ट के जरिए भावनाओं की अभिव्यक्ति को ही आर्ट थेरेपी कहते हैं। इसका वैज्ञानिक आधार भी है। इस थेरेपी में पेंटिंग, स्केचिंग, कोलाज मेकिंग, कलरिंग, मूर्ति कला ये सभी आते हैं इनके जरिए दिल की बातों को व्यक्त किया जाता है। मानसिक स्वास्थ्य और शोषण का शिकार हो चुके लोगों के उपचार के लिए यह थेरेपी काफी कारगर है। 

आर्ट थेरेपी में मरीज को कई बार खुद ही अपने व्यवहार के बारे में पता चल जाता है और वह फिर उसे बदलने के बारे में सोचने लगता है। ये माध्यम सबसे ज्यादा बच्चों के लिए कारगर होता है। कभी-कभी बच्चों के साथ हुए हादसे वे अपने मुंह से अभिव्यक्त नहीं कर पाते हैं ऐसे में वे आर्ट फॉर्म के जरिए अपनी बातों को व्यक्त करने की कोशिश करते हैं। 

क्वारंटीन आर्ट
पेंटिंग, स्कल्पटिंग, क्राफ्टिंग, स्केचिंग, क्रिएटिव राइटिंग ये सभी आर्ट के फॉर्म हैं। अगर आप लॉकडाउन में हैं और क्वारंटीन में रह रहे हैं तो आप इन्हें अपना जरिया बना लें इससे आप डिप्रेशन का शिकार नहीं होंगे और आपकी इमेजिनेशन पावर भी बढ़ेगी इसके साथ ही साथ आपकी अभिव्यक्ति की क्षमता भी दुरुस्त होगी। इसके लिए आप ऑनलाइन इसकी क्लासेस ले सकते हैं। ऑनलाइन प्रोजेक्ट पर काम कर सकते हैं और अपनी क्रिएटिव स्किल को बढ़ा सकते हैं। इससे ना सिर्फ आपका मुश्किल समय आसानी से कट जाएगा बल्कि आपका ये टैलेंट बाद में भी आपके बेहद काम आएगा। अपने आर्ट को सोशल मीडिया पर अपलोड कर लोगों की अप्रीशियेसन पा सकते हैं इससे आपका मनोबल बढ़ेगा और आपमें सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।