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कौन हैं दुनिया की पहली मिस यूनिवर्स? 17 साल की उम्र में ही जीत लिया था खिताब

Updated Sep 02, 2020 | 16:19 IST

World's first Miss Universe Armi Kuusela: दुनिया की पहली मिस यूनिवर्स अर्मि कूसेला थीं जिन्होंने साल 1952 में खिताब हासिल किया था। उनकी फिलहाल 86 साल है।

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मिस यूनिवर्स 1952 अर्मि हेलेना कूसेला
मुख्य बातें
  • अर्मि कूसेला ने महज 17 साल की उम्र में जीत लिया था मिस यूनिवर्स का खिताब
  • 20 अगस्त 2020 को पार करेंगी 86 साल उम्र का पड़ाव
  • फिल्मों में खुद निभा चुकी हैं अपना ही किरदार

मुंबई: फ़िनलैंड की अर्मि हेलेना कूसेला वह पहली ब्यूटी क्वीन थीं, जिन्होंने वर्ष 1952 में मिस यूनिवर्स का खिताब जीता था। 20 अगस्त 2020 को वह 86 साल की होने जा रही हैं। 1934 में जन्मी कुसेला ने कॉलेज में सुलेमान नीटो नाम के फ़ाइनलैंड्स की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में जीत हासिल की थी और पुरस्कार के रूप में उन्हें चॉकलेट का एक बॉक्स, एक सोने की चूड़ी और संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए वापसी की टिकट मिला था।

1952 में कैलिफोर्निया में आयोजित मिस यूनिवर्स में पहली बार जब उन्होंने फिनलैंड का प्रतिनिधित्व किया तब अर्मि की उम्र महज 17 साल थी। 28 जून 1952 को मिस यूनिवर्स पेजेंट का आयोजन किया गया था, जहां 30 प्रतियोगियों ने खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लिया था और अर्मि पहले स्थान पर रहीं थीं।

जीतने के तुरंत बाद उन्होंने एक फिनिश मूवी द वर्ल्ड्स मोस्ट ब्यूटीफुल गर्ल में किरदार निभाया, जहां उन्होंने खुद की भूमिका निभाई। इसके बाद कुसेला ने अपने प्यार के लिए अपना ताज और अपना अभिनय करियर छोड़ दिया था! अर्मि की शादी फिलिपिनो बिजनेसमैन वर्जिलियो हिलारियो से साल 1953 में हुई थी। उनसे वह मिस यूनिवर्स के रूप में अपने एक दौरे के दौरान मिली थीं।

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार प्रदर्शनी में दोनों फिलीपींस में मिले। कूसेला और हिलारियो फिलीपींस के मनीला में बस गए और उनके 5 बच्चे हुए। इस दौरान अर्मि फिलीपींस की एक फिल्म में भी दिखाई दी थीं। 1975 में हिलारियो की मौत के बाद, उन्होंने साल 1978 में अमेरिकी राजनयिक अल्बर्ट विलियम्स से दोबारा शादी की, जिसके बाद वह सैन डिएगो, कैलिफोर्निया में बस गईं।

कुसेला मौजूदा समय में सैनफोर्ड-बर्नहैम मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट में चैरिटी वर्क और कैंसर अनुसंधान में शामिल है। साल 2012 में कूसेला को नाइट, फर्स्ट क्लास के रैंक के साथ ऑर्डर ऑफ द व्हाइट रोज़ ऑफ़ फ़िनलैंड से सम्मानित किया गया था।