- आरोपी अनूप दुबे मूलत: कुशीनगर के खड्डा इलाके की टीचर कॉलोनी का रहने वाला है
- पुलिस ने उसके पास से दो फर्जी नियुक्ति पत्र, दो मोबाइल व नकद राशि बरामद की है
- नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार लोगों से 3 लाख की मोटी रकम मांगता था
Lucknow Crime News: यूपी में नौकरी के नाम पर ठगी करने के एक बड़े खेल का खुलासा हुआ है। इस मामले को लेकर यूपी की एसटीएफ ने परिवहन विभाग में नौकरी दिलाने का झांसा देने वाले एक ठग को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ की ओर से बताया गया है कि ठग अनूप दुबे खुद को पत्रकार बताता था। उसके पास से पुलिस ने ट्रांस्पोर्ट महकमे के दो फेक एपॉइंटमेंट लेटर बरामद किए हैं। अब एसटीएफ आरोपी से पूछताछ कर ठगी के इस खेल में शामिल बड़ी मछलियों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
एसटीएफ डिप्टी धर्मेश कुमार के मुताबिक पुलिस गिरफ्त में आया आरोपी अनूप दुबे मूलत: कुशीनगर के खड्डा इलाके की टीचर कॉलोनी का रहने वाला है। फिलहाल वह बीबीडी क्षेत्र में तिवारीगंज स्थित एक अपार्टमेंट में रहता है। पुलिस ने उसके पास से दो फर्जी नियुक्ति पत्र, दो मोबाइल व नकद राशि बरामद की है। उन्होंने बताया कि, पुलिस मामले में हर एंगल से जांच कर इस बात की जानकारी में जुटी है कि, आखिर अनूप दुबे लोगों से नौकरी के नाम पर आसानी से ठगी किसके इशारे पर कर रहा था। इसके पीछे किन लोगों का हाथ है, जो परदे के पीछे से इसे निर्देश दे रहे थे।
ऐसे खुली ठगी की पोल
एसटीएफ डिप्टी के मुताबिक एसटीएफ की पकड़ मेंं आए आरोपी अनूप दुबे ने पूछताछ में इस बात का खुलासा किया है कि, वह ट्रांस्पोर्ट महकमे में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार लोगों से 3 लाख की मोटी रकम मांगता था। आरोपी शिकार के झांसे में आने के बाद एक लाख अग्रिम तौर पर लेता था। इसके बाद ठगी के शिकार लोगों से बाकी के दो लाख अपॉइंटमेंट लेटर मिलने के समय लेने की बात कहता था। आरोपी ने मऊ इलाके के दोहरीघाट के रहने वाले संदीप प्रजापति सहित गांव घोसी निवासी नरेश को अपॉइंटमेंट लेटर देने के लिए बुलाया था। इसी दौरान पहले से जाल बिछाए बैठी एसटीएफ की टीम ने उसे दबोच लिया। डिप्टी धर्मेश कुमार के मुताबिक आरोपी के खिलाफ राजधानी लखनऊ के बीबीडी थानें में धोखाधड़ी सहित कई अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एसटीएफ फर्जीवाड़े के खेल में शामिल अन्य लोगों को दबोचने की तैयारी कर रही है।