उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऑपरेशन क्लीन के तहत गुंडे-माफियाओं की संपत्ति कुर्क की जा रही है। एक एक कर योगी सरकार में बदमाशों पर शिकंजा कसा जा रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को लखनऊ में मुख्तार अंसारी के गुर्गे के डालीबाग में बने दो टावर जमींदोज किये गए।
एलडीए, पुलिस प्रशासन समेत ढाई सौ से अधिक पुलिसकर्मी और 20 से अधिक जेसीबी मशीनों ने डाली बाग अवैध संपत्ति को ध्वस्त कर दिया। बिल्डिंग को गराने की तैयारी इतनी गुपचुप तरीके से की गई कि किसी को भनक तक नहीं लगने पाई। बुधवार की रात में ही पूरी तैयारी कर ली गई थी। इसके बाद खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरल शब्दों में माफिया मुख्तार अंसारी को चेतावनी दी।
योगी आदित्यनाथ के ऑफिस के ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा गया- 'माफिया मुख्तार अंसारी के काले-साम्राज्य के अंत का समय आ गया है। अब तक इसकी ₹66 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त हो चुकी है। ₹41 करोड़ की अवैध आय की प्राप्ति का मार्ग बंद किया जा चुका है। इसके गिरोह के 97 साथी पुलिस की हिरासत में हैं। कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।'
'उत्तर प्रदेश में कानून का शासन'
योगी आदित्यनाथ के ऑफिस की तरह से बयान जारी कर कहा गया कि उत्तर प्रदेश में कानून का शासन है। यहां के शब्दकोष में अवैध, अनैतिक व अराजक जैसे शब्द नहीं हैं। मुख्तार अंसारी जैसा माफिया हो या कोई भी अन्य अपराधी, योगी सरकार जीरो टॉलरेंस के साथ इनके कुकृत्यों पर पूर्णविराम लगाने को प्रतिबद्ध है। जनभावनाओं के अनुरूप कार्रवाई जारी रहेगी।
अतीक अहमद पर शिकंजा
मुख्तार अंसारी के अलावा अतीक अहमद की प्रयागराज में अवैध संपत्ति को सील किया गया। पुलिस ने बुधवार को गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए पूर्व सांसद और गैंग 227 के सरगना अतीक अहमद का चकिया स्थित पुराना मकान समेत पांच संपत्तियों को सील कर दिया। इन पांचों संपत्तियों की कीमत 25 करोड़ बताई जा रही है।