- उत्तर प्रदेश में अपराध को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सरकार पर उठाए सवाल
- यूपी पुलिस ने कांग्रेस नेता को दिया जवाब, कहा- राज्य की स्थिति कई राज्यों से बेहतर
- विपक्ष के आरोपों का जवाब देने के लिए राज्य सरकार ने एनसीआरबी का डाटा जारी किया
लखनऊ : बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने राज्य में अपराध के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गृह विभाग पर सवाल खड़े किए। अब उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रियंका को जवाब दिया है। यूपी पुलिस ने बुधवार को कहा कि अपराध के मामलों में राज्य की स्थिति अधिकांश राज्यों से कहीं बेहतर है।
प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस का जवाब
प्रियंका ने मंगलवार को अपने एक ट्वीट में कहा, 'देश में हत्याओं के आंकड़ें को देखें तो यूपी पिछले तीन सालों से लगातार टॉप पर रहा है। हर दिन औसतन 12 हत्या के मामले आते हैं। यूपी के गृह विभाग और सीएम ने इन आंकड़ों पर पर्दा डालने के लिए अलावा किया ही क्या है?' कांग्रेस महासचिव को जवाब देते हुए यूपी पुलिस ने कहा, 'अपराधों की समीक्षा का सर्वमान्य संकेतक है अपराध की दर न कि कुल अपराधों की संख्या का योग। प्रस्तुत की गई सूचना भ्रामक व प्रेरित लगती है। वास्तव में अपराध की दर से उत्तर प्रदेश की स्थिति अधिकांश राज्यों से कहीं बेहतर है।'
राज्य सरकार ने NCRB का आंकड़ा जारी किया
राज्य में अपराध एवं कानून-व्यवस्था पर विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए राज्य सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) का डाटा जारी किया। साल 2018 का यह डाटा में साफ तौर पर यह बताता है कि देश की 17 प्रतिशत आबादी रखने वाले इस राज्य में अपराध की दर केवल 10 प्रतिशत है। राज्य सरकार ने हत्या, महिलाओं एवं बच्चों के खिलाफ अपराध और अनुसूचित जाति एवं जनजाति के खिलाफ अपराधों की तुलना भारत से की है। आकंडे के मुताबिक उत्तर प्रदेश में हत्या की दर एक लाख जनसंख्या पर 1.8 है। यह राष्ट्रीय औसत दर 2.2 से काफी नीचे है। उत्तर प्रदेश में हत्या की दर बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान से नीचे है।
कई राज्यों से बेहतर है यूपी की स्थिति
इसी तरह से उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अफराध एक लाख जनसंख्या पर 55.7 है। यह साल 2018 के राष्ट्रीय औसत 58.8 से कम है। यूपी में महिलाओं के खिलाफ अपराध की स्थिति महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, राजस्थान एवं असम से बेहतर है। एनसीआरबी के आंकड़े के मुताबिक बच्चों के खिलाफ अपराध राज्य में एक लाख जनसंख्या पर 22.5 है और यह राष्ट्रीय औसत 31.8 से कम है। यूपी में बच्चों के खिलाफ अपराध भी महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश से कम हैं।