- यूपी में कांग्रेस के बड़े नेताओं में से एक हैं जितिन प्रसाद
- सचिन पायलट के समर्थन में किया ट्वीट
- यूपी में संगठन का कर रहे हैं काम
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस के बड़े चेहरों में से एक हैं जितिन प्रसाद। सचिन पायलट के खिलाफ कार्रवाई के बाद उन्होंने एक ट्वीट किया कि उन्होंने समर्पण भाव से पार्टी के लिए काम किया। सचिन पायलट सिर्फ मेरे साथ काम करने वाले शख्स नहीं, बल्कि मेरे दोस्त भी हैं। कोई इस बात को नहीं नकार सकता कि इन दिनों उन्होंने पूरे समर्पण के साथ पार्टी के लिए काम किया है। उम्मीद करता हूं कि ये स्थिति जल्द सुधर जाएगी, दुखी भी हूं कि ऐसी नौबत आई।'
राहुल गांधी के खास माने जाते हैं जितिन प्रसाद
केंद्र सरकार में मंत्री रहे जितिन प्रसाद को यूपी कांग्रेस के कद्दावर चेहरे के रूप में जाना जाता है। जितिन प्रसाद उन युवा नेताओं में से एक हैं, जिन्हें राहुल गांधी का बेहद खास कहा जाता रहा है। वो उत्तर प्रदेश की धौरहरा सीट से प्रतिनिधित्व किए हैं और हाल ही में संगठन में काम करने के लिए भेजा गया थाय़ॉ कांग्रेस पार्टी के संगठन के लिए यूपी में ब्राह्मण चेहरों के साथ काम करने में जुटे हुए हैं।
सचिन पायलट के समर्थन में प्रिया दत्त
सचिन पायलट के खिलाफ कार्रवाई पर प्रिया दत्त का कहना है कि एक और दोस्च चला गया। सचिन पायलट और ज्योतिरादित्य दोनों लोग सहकर्मी होने के साथ साथ अच्छे दोस्त थे। हमारी पार्टी ने दो योग्य युवा लोगों को खो दिया है जिनमें बहुत क्षमता थी। वो नहीं समझती हैं महत्वाकांक्षी होना गलत है। पार्टी के लिए उन्होंने कठिन समय में बेहतर काम किया है।
प्रियंका गांधी के यूपी जाने के बाद समीकरण बदला
ऐसा कहा जाता है कि यूपी की राजनीति में प्रियंका गांधी के सक्रिय होने के बाद वो एक तरह से हाशिए पर हैं। लेकिन खुलकर कभी विरोध नहीं किया। अब सवाल यह है कि सचिन पायलट के समर्थन में ट्वीट करने का क्या मतलब है। जानकार कहते हैं कि कांग्रेस में इस समय दो तरह के विचार चल रहे हैं एक अनुभवी लोगों को तरजीह दे रहा है तो दूसरा धड़ा युवा चेहरों पर फोकस कर रहा है। लेकिन दोनों के बीच सामांजस्य नहीं बन पा रहा है।
यह है जानकार की राय
जानकार कहते हैं कि अगर यूपी की बात करें जिस तरह से कांग्रेस कोशिश कर रही है उससे ऐसा लगता है कि अब वो जमीनी स्तर पर कैडर खड़ा करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। कांग्रेस का परंपरागत वोट बैंक जो ब्राह्मणों के तौर पर रहा है उसे रिझाने की कोशिश की जा रही है। इस काम के लिए जितिन प्रसाद को जिम्मेदारी दी गई । लेकिन अब मैदान में खुद प्रियंका गांधी कूद चुकी हैं तो स्वाभाविक है कि जितनी अहमियत उन्हें मिलनी चाहिए शायज वो नहीं मिल पा रही है और उसका रास्ता उन्होंने सचिन पायलट के समर्थन में ट्वीट के जरिए निकाला।