उत्तर प्रदेश के अमेठी में जिन मां-बेटी ने खुद को विधानसभा के सामने जलाकर आत्मदाह करने का प्रयास किया था, उनमें से अस्पताल में इलाज के दौरान मां की मौत हो गई। इस वीभत्स घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए इलाके में पुलिस फोर्स की तौनाती की गई है। 17 जुलाई को इन मां और बेटी दोनों ने मिलकर लखनऊ में विधानसभा के समक्ष आत्मदाह करने का प्रयास किया था।
महिला जिसका नाम सोफिया है उसने बुधवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बताया जाता है कि ये दोनों बुरी तरह से जल गई थी जिसके बाग इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ये दोनों मां-बेटी अमेठी की रहने वाली हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए अमेठी में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
सिविल अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि महिला बुरी तरह जल गई थी उसे बर्न वॉर्ड में रखा गया था। उसके पूरे शरीर में संक्रमण फैल गया था। अमेठी की रहने वाली महिला सफिया की उम्र 50 साल थी जबकि उसकी बेटी गुड़िया 28 साल की है। जानकारी के मुताबिक इन दोनों मां-बेटी का 9 मई को अपने पड़ोसी अर्जुन साहू के साथ नाली को लेकर विवाद हुआ था। विवाद के बाद गुड़िया ने अर्जुन साहू के खिलाफ पुलिस में केस दर्ज करा दिया था।
इसके बाद बदले स्वरुप अर्जुन ने भी गुड़िया पर केस दर्ज करा दिया। गुड़िया और उसकी मां के मुताबिक अर्जुन की पुलिस के साथ अच्छी सांठगांठ थी जिसके कारण गुड़िया के केस की सुनवाई नहीं हो पा रही थी। इसी बात से परेशान होकर दोनों मां-बेटी राजधानी पहुंचकर आला अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी शिकायत करना चाहती थी। इसी क्रम में लखनऊ आकर विधानसभा के गेट नंबर 3 पर 17 जुलाई को इन दोनों ने खुद को आग लगाकर आत्मदाह करने का प्रयास किया था।
पुलिस के ढीले रवैये के कारण अमेठी डीएम ने तत्काल तौर पर जामो थाने के एसएचओ और दारोगा समेत 4 लोगों को सस्पेंड कर दिया गया। इधर पुलिस अधिकारियों का ये भी दावा है कि कांग्रेस के नेताओं ने मां-बेटी को आत्मदाह करने के लिए उकसाया था इस पर भी जांच चल रही है।