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अगस्‍त के बाद पूर्वांचल एक्‍सप्रेस वे पर फर्राटा भरेंगे वाहन, 3 घंटे में तय होगी 340KM की दूरी

Updated Jun 07, 2021 | 22:29 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

पूर्वांचल में विकास को रफ्तार देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे की सत्ता पर काबिज होने के बाद लखनऊ से आजमगढ़ होते हुए गाजीपुर तक सिक्स लेन के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू करवाया था।

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पूर्वांचल एक्‍सप्रेस

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल को प्रदेश की राजधानी से जोड़ने के लिए बनाए जा रहे पूर्वांचल एक्‍सप्रेस वे का निर्माण कार्य बहुत तेजी से किया जा रहा है। गाजीपुर के हैदरिया गांव से शुरू होने वाला यह एक्‍सप्रेस लखनऊ में चांद सराय गांव पर जाकर खत्‍म होगा। 340 किलोमीटर लंबा यह एक्‍सप्रेस वे छह लेन का होगा, जिस पर दूरी लगभग तीन घंटे में पूरी की जा सकेगी। उत्तर प्रदेश एक्‍सप्रेस वे औ‍द्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) की देखरेख में 22,494 करोड़ की लागत से बनने वाला यह एक्‍सप्रेस वे पूर्वांचल के विकास में नई इबारत लिखने जा रहा है। यह एक्‍सप्रेस वे गाजीपुर के बाद मऊ, आजमगढ़, अंबेडकर नगर, अयोध्‍या, सुल्‍तानपुर, अमेठी, बाराबंकी से होकर गुजरेगा। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने प्रदेश में निर्माणाधीन पूर्वांचल, बुन्देलखण्ड, गंगा एवं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्यों में तेजी लाते हुए इसे जुलाई-अगस्त, 2021 तक पूरा किया जाए, ताकि इसे लोगों के आवागमन के लिए शीघ्र उपलब्ध कराया जा सके। 

पूर्वांचल में विकास को रफ्तार देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे की सत्ता पर काबिज होने के बाद लखनऊ से आजमगढ़ होते हुए गाजीपुर तक सिक्स लेन के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण शुरू करवाया था। इस एक्सप्रेसवे की लम्बाई 340.824 किमी है और इसे भविष्य में आठ लेन का किया जा सकता है। लखनऊ से बिहार सीमा तक जाने वाले इस एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का चलना शुरू होने के साथ ही पूर्वाचल के लोगों का बड़ा सपना पूरा हो जाएगा।अगस्‍त के बाद उक्त एक्सप्रेस वे पर सभी किस्म के वाहनों को चलने की अनुमति मिलने की संभावना है।  

उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यू0पी0डा0) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 06 लेन चैड़ा (08 लेन में विस्तारणीय) तथा संरचनाएं 08 लेन चैड़ाई की निर्माणाधीन हैं। इस एक्सप्रेस-वे के अंतर्गत कुल 18 फ्लाईओवर, 07 आर0ओ0बी0, 07 दीर्घ सेतु, 118 लघु सेतु, 13 इण्टरचेंज, 271 अण्डरपास तथा 503 पुलियों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। निर्माण हेतु पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को कुल 08 पैकेजों में विभक्त किया गया है। दिनांक 03 जून, 2021 तक क्लीयरिंग एण्ड ग्रबिंग का कार्य 100 प्रतिशत, मिट्टी का कार्य 99.75 प्रतिशत, सबग्रेड का कार्य 99.05 प्रतिशत, जी0एस0बी0 का कार्य 98.70 प्रतिशत, डब्लू0एम0एम0 का कार्य 97.30 प्रतिशत, डी0बी0एम0 का कार्य 95.60 प्रतिशत, बी0सी0 का कार्य 72 प्रतिशत एवं संरचनाओं का कार्य 99.20 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है। परियोजना की कुल भौतिक प्रगति 90 प्रतिशत से अधिक पूर्ण हो चुकी है।



एक्‍सप्रेस वे किनारे बनेगा औद्योगिक गलियारा

पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बनने के बाद यूपी में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। एक्सप्रेस वे से यूपी में विकास की अनन्त सम्भावनाएं बनेगी। एक तरफ पूर्वांचल एक्‍सप्रेस वे प्रदेश में आवागमन को सुगम करेगा, वहीं दूसरी तरफ उपेक्षित स्‍थानों की प्रगति का मार्ग भी प्रशस्‍त करेगा। एक्‍सप्रेस-वे के आसपास के क्षेत्र को औद्योगिक विकास के नजरिए से विकसित किया जाएगा और इसके दोनों तरफ औद्योगिक गलियारा बनाया जाएगा। इन गलियारों में खाद्य प्रसंस्‍करण, एमएसएमई इकाइयां, वेयरहाउस और लॉजिस्टिक पार्क बनाने की योजना पर काम हो रहा है। निवेश को लेकर शुरू हुई प्रतिस्पर्धा में कनेक्टिविटी और सिक्योरिटी का अपना महत्व है। इसलिए बेहतर कनेक्टिविटी से उद्योगों से सामान प्रदेश से एक्‍सपोर्ट हो सकेगा। 

उतर सकेंगे फाइटर प्‍लेन

उत्तर प्रदेश एक्‍सप्रेस वे औ‍द्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) के मीडिया सलाहकार दुर्गेश उपाध्‍याय बताते हैं कि निर्माण कार्य में जुटे कर्मियों की सुरक्षा और सोशल डिस्‍टेंसिंग का पूरा ख्‍याल रखते हुए पूर्वांचल एक्‍सप्रेस वे निर्माण बहुत तेजी से किया जा रहा है। यूपीडा की कोशिश है कि जल्‍द से जल्‍द इस एक्‍सप्रेस वे को जनता को समर्पित कर दिया जाए। बता दें कि पूर्वांचल एक्‍सप्रेस वे को इस तरह से तैयार किया जा रहा है कि किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति में उस पर भारतीय वायुसेना के फाइटर प्‍लेन उतारे जा सकें। इस एक्‍सप्रेस वे पर अयोध्‍या जनपद में 3.20 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी लड़ाकू विमानों के टेक ऑफ और लैंडिंग के लिए बनाई जा रही है। 

पीएम मोदी भी कर चुके हैं तारीफ

मार्च, 2017 में योगी आदित्यनाथ सरकार के सत्ता में आने से पहले प्रदेश में केवल दो एक्सप्रेस-वे ही मौजूद थे। अब इनकी संख्या में इजाफा होने को है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह से राज्य में एक्सप्रेस वे के निर्माण में उत्साह दिखाया है, उसकी तारीफ़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की है। बीते 30 नवंबर, 2020 को देव-दीपावली के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब वाराणसी आए, तो उन्होंने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश अब 'एक्सप्रेस-वे प्रदेश' बन चुका है।
 

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