- रघुराज प्रताप सिंह ने लखनऊ से तीसरी जनसंकल्प यात्रा की शुरुआत की
- इटावा, मैनपुरी, आगरा होते हुए मथुरा में यात्रा संपन्न होगी
- रघुराज प्रताप सिंह बोले उनकी पार्टी 100 सीटों पर लड़ेगी चुनाव
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले राजनीतिक दल समीकरणों को साधने में जुट गए हैं। लखनऊ की गद्दी पर काबिज होने के लिए राजनीतिक दलों के नेता यात्राओं पर निकल चुके हैं। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव की यात्रा के बाग रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी जनसंकल्प सेवा यात्रा पर हैं। उनकी चार यात्राओं में से यह तीसरी यात्रा है जो मुलायम सिंह यादव परिवार के गढ़ में निकाली जा रही है। लखनऊ से शुरू हुई यह यात्रा इटावा, मैनपुरी, आगरा होते हुए मथुरा में समाप्त होगी।
100 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव
यात्रा के क्रम में राजा भैया ने कहा कि उनकी पार्टी ने 100 सीटों को चिन्हित किया जहां से उसके उम्मीदवार चुनावी मैदान में होंगे। उन्होंने कहा कि चुनावी सीटों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। इसके साथ ही अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों पर भी लोगों की इच्छा है कि उनकी पार्टी के उम्मीदवार चुनावी लड़ाई लड़ें। राजा भैया ने कहा कि उनकी पार्टी का स्पष्ट मत है कि शासन की योजनाओं का लाभ उन लोगों तक पहुंचे जो जरूरतमंद है। आज हालात यह है कि नीतियां तो अच्छी बन रही हैं लेकिन उनके क्रियान्वयन में परेशानी आ रही है।
क्या कहते हैं जानकार
अब सवाल यह है कि राजा भैया के इस ऐलान के बाद जानकारों कहते हैं कि वैसे तो इसका खास असर यूपी के किसी दूसरे इलाके में नहीं होगा। प्रतापगढ़ और उससे लगे जिलों की कुछ सीटों पर असर हो सकता है लेकिन वो भी सीमित होगा। जहां तक राजा भैया की पार्टी का सवाल है वो अपनी पहचान बनाने की कोशिश में है। उसी क्रम में राजा भैया की तरफ से चार जनसंकल्प यात्राओं का ऐलान भी किया गया और एक एक कर उसे जमीन पर उतारने की कोशिश हो रही है। राजनीति में संकेतों का भी अपना अलग महत्व होता है। जिस तरह से राजा भैया की तीसरी यात्रा मुलायम सिंह और अखिलेश यादव के गढ़ से निकाली जा रही है उसकी अपनी अलग भूमिका है।