- उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 403 सीटों के लिए अगले साल होंगे चुनाव
- भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस सहित अन्य दल चुनाव तैयारी में जुटे
- इस बार विस चुनाव में आम आदमी पार्टी भी दिखाएगी अपना दम
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव अगले साल होने हैं लेकिन सूबे में राजनीतिक माहौल अभी से बनने लगा है। राजनीतिक पार्टियां अपनी चुनावी तैयारियों में जुट गई हैं और अपने कील-कांटे दुरुस्त कर रही हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी (सपा) ने पोस्टर्स के जरिए मतदाताओं को अपनी तरफ रिझाने की कोशिश की है। युवाओं को 10 लाख नौकरी और यूपी में 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने की घोषणा करने वाले कई पोस्टर पार्टी के लखनऊ कार्यालय के बाहर लगे हैं।
पोस्टर पर मुलायम, अखिलेश की तस्वीर
सपा कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर्स पर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव सहित पार्टी के अन्य नेताओं की तस्वीरें लगी हैं। इस पर नारा लिखा है-'पूरे किए थे वादे अब हैं नए इरादे'। पोस्टर में सपा ने वादा किया है कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट की बैठक में 10 लाख युवाओं को नौकरी व 300 यूनिट फ्री बिजली पूरे राज्य में देंगे। पोस्टर पर अखिलेख यादव की बड़ी तस्वीर लगी है।
कांग्रेस भी चुनाव तैयारी में जुटी
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस भी यूपी विस चुनाव की तैयारी में जुट गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रदेश के वरिष्ठ पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई है। समझा जाता है कि इस बैठक में विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति बनाने एवं इसकी तैयारी पर चर्चा की जाएगी। सूबे की राजनीति में हाशिए पर जा चुकी कांग्रेस इस चुनाव में पूरे दमखम के इरादे उतरने का मन बना चुकी है। प्रियंका समय-समय पर मुद्दों एवं कानून व्यवस्था के आधार पर योगी सरकार को घेरती आई हैं।
इस बार रोचक होगा मुकाबला
उत्तर प्रदेश में इस बार का विधानसभा चुनाव काफी रोचक एवं दिलचस्प होने जा रहा है। दरअसल, इस बार चुनाव में आम आदमी पार्टी और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) चुनावी रंगत को और चटकीला एवं तीखा बनाएंगे। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सीटें जीतने वाली आप विधानसभा चुनावों को लेकर उत्साहित है। वहीं, असदुद्दीन ओवैसी 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर चुके हैं। जाहिर है कि आप और एआईएमआईएम इस चुनाव में एक फैक्टर साबित होंगे।
दिग्गज पार्टियों में होगा मुकाबला
यूपी की दिग्गज पार्टियां भाजपा, सपा, बसपा, और कांग्रेस चुनाव की तैयारी में जुट गई हैं। भारतीय जनता पार्टी अपने पांच साल के विकास कार्यों एवं जनकल्याण नीतियों के आधार पर दोबारा सत्ता में वापसी के लिए वोट मांगेगी तो सपा-बसपा सहित तमाम विपक्षा पार्टियां कानून-व्यवस्था, रोजगार एवं अन्य मुद्दों पर योगी सरकार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश करेंगी। 2022 का विस चुनाव भाजपा के लिए काफी अहम है। इस चुनाव में भगवा पार्टी अपने पुराने प्रदर्शन को दोहराना चाहेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगामी चुनाव में 300 से ज्यादा सीटें जीतने की घोषणा पहले ही कर चुके हैं।