उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) को एक बार जान से मारने (death threat) की धमकी दी गई है, उन्हें डायल 112 के व्हाट्सएप नंबर पर कॉल कर धमकी दी गई, इस धमकी के मिलते ही उत्तर प्रदेश सरकार में हड़कंप मच गया और पुलिस तुरंत ही हरकत में आई और सीएम की सुरक्षा बढ़ा दी गई, इस बारे में पुलिस और खुफिया एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया, इस मैसेज में सीएम योगी के अलावा कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपित विकास दुबे को भी जान से मारने की बात कही गई है।
पुलिस के मुताबिक अहिमामऊ चौकी इंचार्ज की तहरीर पर सुशांत गोल्फ सिटी थाने में एफआइआर दर्ज की गई है, इस मामले की जांच करने पर जानकारी हुई है कि ये धमकी भरा मैसेज कानपुर देहात से भेजा गया है इसके बाद पुलिस टीम को अलर्ट कर कानपुर से जानकारी कराई गई तो मैसेज भेजने वाले एक 12वीं के छात्र को पकड़ा गया है, पुलिस ने छात्र के पास से एक मोबाइल फोन बरामद किया है।
वहीं मंगलवार को एक व्यक्ति ने फोन कर विकास दुबे के विधान भवन के पास होने की सूचना दी उसने बताया कि कानपुर में पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार हुआ विकास दुबे विधान भवन के बाहर खड़ा है हालांकि बाद में पड़ताल में ये बात सही नहीं निकली।
धमकी भरा मैसेज भेजने वाला कर रहा है इंटर की पढ़ाई
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आरोपी कानपुर देहात के भोगनीपुर का रहने वाला है और इंटर की पढ़ाई कर रहा है उसने ही अपने मोबाइल नंबर से मैसेज भेजकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विकास दुबे को जान से मारने की धमकी दी थी। क्राइम ब्रांच और सर्विलांस की टीम ने नंबर की पड़ताल करते हुए कानपुर देहात पहुंची तो पता चला आरोपी 16 साल का स्टूडेंट है। हालांकि उसने धमकीभरा मैसेज भेजने की बात से इनकार किया है। उसने कहा कि किसी ने उसके मोबाइल फोन से मैसेज भेज दिया होगा।
पहले भी सीएम योगी को दी गई है जान से मारने की धमकी
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से जुड़ी एक बड़ी खबर 21 मई को सामने आई थी,उन्हें बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। यह धमकी यूपी 112 के हेल्पडेस्क के वाट्सऐप नंबर (Whatsapp Number) पर आई थी, इस मैसेज में योगी को एक खास समुदाय का दुश्मन बताते हुए धमकी दी गई थी। वहीं इस मामले को लेकर गोमती नगर पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज की गई थी और मामले की जांच यूपी एसटीएफ ने की थी एक मोबाइल नंबर से ये धमकी वाला मैसेज आया था।