लखनऊ : उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए बड़ा कदम उठाने जा रही है। इसके तहत मार्च 2021 तक 50 लाख युवाओं को रोजगार मुहैया कराने का लक्ष्य तय किय गया है, जिसके लिए 'रोजगार मिशन' 5 दिसंबर से शुरू किया जा रहा है। युवाओं को रोजगार मुहैया कराने को लेकर यह प्रदेश सरकार का सबसे बड़ा अभियान बताया जा रहा है।
'मिशन रोजगार' के तहत युवाओं को स्वरोजगार, कौशल प्रशिक्षण और अप्रेन्टिसशिप के जरिए रोजगार मुहैया कराए जाएंगे। इसके तहत राजस्व परिषद, कृषि उत्पादन आयुक्त, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त, समस्त अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव, समस्त विभागाध्यक्ष, मण्डलायुक्त और जिलाधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसमें युवाओं के लिए अधिक से अधिक रोजगार और स्वरोजगार के अवसर सृजित करने की बात कही गई है।
विभिन्न विभागों में बनाए जाएंगे हेल्प डेस्क
युवाओं को रोजगार मुहैया कराने से जुड़े इस अभियान के तहत विभिन्न विभागों और प्राधिकरण कार्यालयों में हेल्प डेस्क बनाई जाएगी, जहां संबंधित विभाग से जुड़े रोजगार, स्वरोजगार और कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में बताया जाएगा। 'मिशन रोजगार' का संचालन औद्योगिक विकास आयुक्त द्वारा किया जाएगा। इस मिशन के तहत जहां रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा, वहीं पहले से रुकी भर्ती प्रक्रियाओं का भी निस्तारण किया जाएगा।
'मिशन रोजगार' के तहत डेटा बेस तैयार किया जाएगा। युवाओं को रोजगार हेल्प डेस्क के माध्यम से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए प्रेरित किया जाए और डेटा बेस तैयार करने के लिए एप/पोर्टल की मदद ली जाएगी। इसके लिए युवाओं का चयन योग्यता के आधार पर किया जाएगा। विभिन्न योजनाओं में चयन होने पर युवाओं को उस बारे में जानकारी दी जाएगी और उन्हें आगे की प्रक्रियाओं के लिए आमंत्रित किया जाएगा।