- गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण में 36 हज़ार 230 करोड़ की लागत आएगी।
- सिविल निर्माण में 19 हज़ार 700 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
- गंगा एक्सप्रेसवे की 60 दिन के अंदर बिडिंग की सारी प्रक्रिया पूरी की जाएगी
योगी आदित्यनाथ कैबिनेट ने गंगा एक्सप्रेस वे प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। इसे न सिर्फ उत्तर प्रदेश के विकास से लिए अहम बताया जा रहा है बल्कि देश के विकास में भी भागीदार होगा। इस एक्सप्रेस वे के निर्माण में 36 हजार 230 करोड़ की लागत आएगी। सिविल निर्माण में 19 हजार 700 करोड़ का प्रावधान किया गया है। इसके प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी है।
92 फीसद जमीन का हुआ अधिग्रहण
गंगा एक्सप्रेस वे में 92 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण किया जा चुका है। पहले इसे 6 लेन का बनाया जाएगा जिसे 8 लेन तक किया जा सकेगा। इसे कुल चार खंडों यानी 4 पैकेज में बनाया जाएगा। पीपीपी मॉडल पर बनने वाले इस एक्सप्रेस वे पर औद्योगिक क्लस्टर्स बनाने की स्वीकृति दी गई है। इसके साथ ही इसपर एयरस्ट्रिप का भी निर्माण होगा।
एक नजर में गंगा एक्सप्रेसवे
- मेरठ के बिजौली ग्राम से शुरू होकर प्रयागराज के गांव जूडापुर- दोंदू तक पूरी तरह नियंत्रित एक्सप्रेसवे का निर्माण
- परियोजना की लंबाई कुल 594 किमी
- परियोजना से मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नावस रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज को सीधा फायदा
- एक्सप्रेस वे पहले 6 लेन का होगा बाद में इसे 8 लेन तक बढ़ाया जा सकेगा। एयरस्ट्रिप का निर्माण भी होगा
- औद्योगिक क्लस्टर्स को बनाने की भी अनुमति
गंगा एक्सप्रेसवे की 60 दिन के अंदर बिडिंग की सारी प्रक्रिया पूरी की जाएगी। ललितपुर में बड़ा एयरपोर्ट निर्माण के लिए 91.77 हेक्टेयर जमीन क्रय करने के लिए प्रस्ताव पास , भविष्य में बड़े स्तर का इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने की भी योजना है। .