- उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यह किसान आंदोलन नहीं, चुनाव आंदोलन है
- यूपी के डिप्टी सीएम ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने किसानों के हित में कई कदम उठाए हैं
- मौर्य ने कहा कि विपक्ष यदि एकजुट भी हो जाता है तो भाजपा चुनाव में 300 से ज्यादा सीटें जीतेगी
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन का मुद्दा गरम है। विपक्ष किसान आंदोलन को चुनाव में मुद्दा बनाने की तैयारी में है। ऐसे में किसान आंदोलन की चुनौती से भारतीय जनता पार्टी की क्या तैयारी है, इस पर टाइम्स नाउ नवभारत की न्यूज एडिटर मीनाक्षी कंडवाल ने राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से बात की। इस बातचीत में उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यह किसानों का आंदोलन नहीं, बल्कि यह चुनाव आंदोलन है। विपक्ष के सभी लोग अगर एक साथ भी आ जाते हैं तो भाजपा 300 से ज्यादा सीटें जीत लेगी।
किसान आंदोलन नहीं बल्कि यह चुनाव आंदोलन है
इस सवाल पर कि क्या किसान आंदोलन से भाजपा को आगामी विधान सभा चुनाव में नुकसान होगा। डिप्टी सीएम ने कहा, 'मैं किसान परिवार से आता हूं। किसानी के बारे में मुझे सब पता है। मैं पहले भी कह चुका हूं कि यह किसान आंदोलन नहीं बल्कि चुनाव आंदोलन है। किसान भाजपा के साथ हैं। आजादी के बाद देश में किसानों के लिए सबसे ज्यादा काम मोदी सरकार ने किया है।' मौर्य ने कहा कि यह विपक्ष का आंदोलन है, चुनाव में हम इसका सामना कर लेंगे। सारे विरोधी अगर एक साथ भी आ जाएं तो भी भाजपा 300 से ज्यादा सीटें जीतेगी। किसान आंदोलन के पीछे सपा, बसपा और कांग्रेस हैं।
डेढ़ लाख करोड़ रुपए किसानों के खातों में हुए ट्रांसफर -मौर्य
किसानों के बारे में उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए मौर्य ने कहा कि मोदी सरकार में डेढ़ लाख करोड़ रुपए किसानों के खातों में ट्रांसफर किए जा चुके हैं। अगर विपक्षी दलों की सरकार होती है तो किसानों की खातों में 1.5 लाख करोड़ नहीं 22500 करोड़ रुपये जाते। क्योंकि उनके ही एक नेता कह चुके हैं कि अगर हम 100 रुपये भेजते हैं तो 15 पैसा ही जरूरतमंदों तक पहुंचता है।
हम विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ेंगे। केंद्र और यूपी की डबल इंजन की सरकार ने गरीबों के लिए जितना काम किया है, उतना किसी और सरकार ने नहीं किया है। पहले गांवों में बिजली दो घंटे, तीन घंटे और चार घंटे आती थी लेकिन अब 16 घंटे से लेकर 18 घंटे तक बिजली आ रही है। राज्य में हमारी सरकार 520 फ्लाईओवर बना चुकी है। शिलान्यास करने से निर्माण नहीं हो जाता, उसके लिए बजट की व्यवस्था करनी पड़ती है। अखिलेश यादव को लगता है कि अभी भी वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं।