- अगर शिवसेना को भगवा गठबंधन से नाता तोड़ने की अपनी ‘‘गलती’’ का अहसास हो गया हो तो भाजपा साथ आने को तैयार है- मुगंटीवार
- शिवसेना ने पुराने सहयोगी भाजपा से पिछले साल नवंबर में तोड़ दिए थे संबंध
- बीजेपी से गठबंधन तोड़ने के बाद शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर बनाई थी सरकार
मुंबई: भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुंगटीवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी शिवसेना के साथ सरकार बनाने की इच्छुक है बशर्ते ‘‘नैसर्गिक सहयोगी’’ इस संबंध में कोई प्रस्ताव दे। उल्लेखनीय है कि पिछले साल नवंबर में शिवसेना ने पुराने सहयोगी भाजपा से संबंध तोड़ दिए थे और महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए वैचारिक विरोधी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से गठबंधन कर लिया था। तीनों दलों ने महा विकास अघाडी (एमवीए) गठबंधन सरकार बनाई और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अब मुख्यमंत्री हैं।
देवेंद्र फडणवीस सरकार में वित्त मंत्री रहे मुगंटीवार ने कहा, ‘अगर शिवसेना को भगवा गठबंधन से नाता तोड़ने की अपनी ‘‘गलती’’ का अहसास हो गया हो तो भाजपा साथ आने को तैयार है।' उन्होंने कहा, ‘अगर कल शिवेसना हमारे पास आकर यह कहती है कि अलग होना उसकी ‘‘गलती’’ थी और सरकार बनाने का प्रस्ताव देती है तो भाजपा को शिवसेना का प्रस्ताव स्वीकार करने में कोई समस्या नहीं होगी।’
मुगंटीवार ने ठाकरे की पार्टी को भाजपा का ‘नैसर्गिक सहयोगी’ करार दिया। मुंगटीवार ने कहा, ‘भाजपा को ऐसी किसी पार्टी के साथ सरकार बनाने में समस्या नहीं है जो देश की रक्षा करने के लिए मोदी जी (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) के विचारों को साझा करती है।’ उन्होंने कहा, ‘शिवसेना प्रस्ताव के साथ आती है तो मानेंगे कि चलो देर आए, दुरुस्त आए... सुबह का भूला शाम को लौट आया... तब भाजपा को शिवसेना का प्रस्ताव स्वीकार करने में कोई समस्या नहीं होगी।’
मध्य महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में एक कार्यक्रम से इतर मुंगटीवार ने कांग्रेस से गठबंधन के लिए शिवसेना की आलोचना भी की। उन्होंने कहा, ‘शिवसेना सरकार को कांग्रेस का समर्थन 21वीं सदी का अजूबा है। इसके साथ ही मुंबई में एक समय मजबूत रहा मातोश्री (उपनगर बांद्रा स्थित ठाकरे का आवास) अब कमजोर हो गया है लेकिन दिल्ली का मातोश्री (कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास का संदर्भ देते हुए) मजबूत हुआ है।’
मुंगटीवार ने कहा, ‘दो पार्टियों (शिवसेना और कांग्रेस) के अलग सिद्धांत और मुद्दों पर अलग राय है। दोनों का कोई मेल नहीं है। कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने स्वीकार किया है कि वे मुस्लिमों की मांग पर भाजपा को सत्ता से दूर रहने के लिए साथ आए हैं।’ इस बीच, औरंगाबाद में शिवसेना नीत सरकार में मंत्री चव्हाण ने कहा कि मुंगटीवार सपना देख रहे हैं और मानते हैं कि अब भी सरकार में हैं।