- मुंबई में कोरोना संकट के बीच आज से गणेश उत्सव समारोह की हुई शुरुआत
- बीएमसी ने लोगों से साधारण तरीके से इस समारोह मनाने की अपील की है
- समारोह के लिए बीएमसी ने नए सिरे दिशा-निर्देश जारी किए हैं, पाबंदियां लगाईं
मुंबई : कोरोना संकट के बीच शुक्रवार को मुंबई सहित महाराष्ट्र में गणेश उत्सव की शुरुआत हो गई। पिछले साल की तरह इस बार भी गणेश उत्सव पर कोरोना महामारी का साया है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने समारोह पर कई तरह की पाबंदियां लगाते हुए दिशानिर्देश जारी किए हैं। पाबंदियों की वजह से इस बार भी गणेश उत्सव समारोह फीका रहने वाला है। वहीं, बीएमसी की इन पाबंदियों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उद्धव सरकार पर निशाना साधा है।
मूर्ति पंडाल में लाने के लिए 10 लोगों को इजाजत
गणेश उत्सव पर जारी अपने दिशा-निर्देशों में बीएमसी ने लोगों से साधारण तरीके से समारोह का आयोजन करने की अपील की है। बीएमसी ने कहा है कि इस बार शर्तों के साथ 10 लोगों को गणेश मूर्ति पंडाल में लाने की इजात होगी। जबकि मूर्ति घर लाने के लिए पांच लोगों को अनुमति होगी। साथ ही इन सभी लोगों को कोरोना का टीका पूरी तरह से लगा होना चाहिए। बीएमसी की ओर से जारी गाइडलाइन कुछ इस प्रकार है-
- गणेश मूर्ति पंडाल में लाने के लिए 10 लोगों को इजाजत
- घर में मूर्ति लाने के लिए 5 लोगों को इजाजत
- मूर्ति लाने वालों को कोरोना का टीका पूरी तरह लगा होना चाहिए
- समारोह का कोई जुलूस नहीं निकाला जाएगा
- पंडाल से सिर्फ ऑनलाइन दर्शन की अनुमति होगी
- लोगों को सामाजिक दूरी बनानी होगी, कोविड प्रोटोकॉल पालन अनिवार्य
- श्रद्धालुओं को समुद्र में मूर्ति विसर्जन की अनुमति नहीं
- केवल बड़े पंडालों को समुद्र में मूर्ति विसर्जन की इजाजत
भाजपा ने साधा निशाना
बीएमसी की इन पाबंदियों पर भारतीय जनता पार्टी ने उद्धव सरकार पर निशाना साधा है। भाजपा प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि राज्य में शराब की दुकानें खुली हुई हैं, वहां पर भारी भीड़ हो रही है। वहां लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं लेकिन उद्धव सरकार इस पर पाबंदी नहीं लगी रही है। वह हिंदू आस्था पर पाबंदी लगा रही है।