मुंबई : महाराष्ट्र के कई हिस्सों में बीते कुछ दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। अमरावती जिले में सोमवार से जहां एक सप्ताह के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है, वहीं मुंबई में बढ़ते मामलों ने भी संक्रमण को लेकर चिंता बढ़ा दी है। देश की व्यावसायिक राजधानी मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बीते 10 दिनों में नवंबर के स्तर तक पहुंच चुका है।
मुंबई में कोविड-19 के सबसे अधिक रोजाना मामले सितंबर 2020 में दर्ज किए गए थे, जब यहां प्रतिदिन लगभग 2000 केस सामने आ रहे थे। यह कुछ सप्ताह तक जारी रहा था। लेकिन नवंबर आते-आते इसमें कमी दर्ज की गई और रोजाना यहां करीब 1000 केस दर्ज किया जाने लगा। दिसंबर आते-आते रोजाना के कोरोना केस की संख्या 600 से 700 के बीच रह गई और यह ट्रेंड जनवरी 2021 तक जारी रहा।
कोरोना की दूसरी लहर की आशंका
कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में कमी को देखते हुए महाराष्ट्र में 5 नवंबर से सिनेता हॉल को खोलने की अनुमति दी गई थी। हालात को सुधरते देख फरवरी में लोकल ट्रेनों का संचालन भी फिर से शुरू किया गया। लेकिन इस महीने के बीते दो सप्ताह में यहां कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से उछाल देखा गया है, जिसके बाद यहां कोविड-19 की दूसरी लहर आने की आशंका जताई जाने लगी है।
मुंबई में 14 फरवरी को जहां कोविड-19 के 645 मामले सामने आए थे, वहीं 17 फरवरी को दैनिक कोरोना केस बढ़कर 721 हो गया था। 18 फरवरी को यह 736, 19 फरवरी को 823 और 20 फरवरी को 897 था। मुंबई में कोविड-19 के कुल केस अब 3,18,207 हो गए हैं। ऐसे में यहां कोविड-19 की दूसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। हालात बिगड़ते देख बीएमसी ने पिछले दिनों नई गाइडलाइंस भी जारी की थी।