- दोनों बिल्डरों ने लोगों से 12 करोड़ और 15 करोड़ की ठगी की है
- दोनों आरपियों को अलग-अलग मामलों में मुंबई पुलिस ने किया है गिरफ्तार
- एक आरोपी पहले भी जा चुका है जेल
Mumbai Police Action: राजधानी में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने यहां एक उपनगरीय क्षेत्र में एक परियोजना को पूरा किए बगैर कथित रूप से 30 फ्लैट खरीददारों से क्रमश: 12 करोड़ रुपये की ठगी तथा 15 करोड़ रूपये अपने निजी उपयोग के लिए रखने को लेकर दो अलग-अलग बिल्डरों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने मामले की जानकारी दी है। पुलिस का कहना है कि, पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ चल रही है। जल्द मामले में सबकुछ स्पष्ट रूप से सामने आ जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार, पकड़े गए पहले आरोपी का नाम अब शाह है। आरोपी अब शाह को धोखाधड़ी, जालसाजी, विश्वासघात तथा महाराष्ट्र फ्लैट स्वामित्व (संवर्धन, निर्माण, बिक्री, प्रबंधन एवं अंतरण) अधिनियम के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे 27 जून तक के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया गया। पुलिस को इस बात का संदेह है कि, शाह ने 100 से अधिक खरीददारों को ठगा जिसने 2012 में ओशिवरा में उसके प्रोजेक्ट में फ्लैट बुक करवाया था।
पैसे देने के बावजूद नहीं मिला फ्लैट पर कब्जा
जानकारी के लिए बता दें कि, अब शाह को पिछले साल आर्थर रोड से गिरफ्तार किया गया था। उसके विरूद्ध अवध शाह एवं चार अन्य ने प्राथमिकी दर्ज करवाई थी। अधिकारियों ने बताया कि, नयी प्राथमिकी 30 लोगों ने दर्ज करायी है जिन्होंने फ्लैट खरीदने के लिए शाह को 12.41 करोड़ रूपये दे दिए थे। इसके बावजूद उन्हें कभी फ्लैट पर अपना कब्जा नहीं मिल सका है। पुलिस इस मामले में आरोपी से पूछताछ कर पूरे पैसे की जानकारी जुटा रही है।
दूसरे बिल्डर ने 15 करोड़ निजी खर्च में उठाए
पुलिस ने बताया कि, एक अन्य मामले में 60 वर्षीय एक डेवलपर को आर्थिक अपराध शाखा ने एक अन्य बिल्डर को 15 करोड़ रूपये कथित रूप से ठगने को लेकर गिरफ्तार कर लिया है। अपराध शाखा के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है। पुलिस ने बताया कि, आरोपी महेश सावंत ने बिल्डर के साथ हुए सौदे की शर्त का उल्लंघन कर उस राशि को अपने निजी उपयोग के लिए रख लिया था जो कि, पवई की एक परियोजना के लिए थी। पुलिस आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।