- मुंबई पहुंचते ही कंगना रनौत को क्वारंटीन करेगी बीएमसी
- संजय राउत के बयान के बाद कंगना ने किया है 9 सितंबर को मुंबई पहुंचने का ऐलान
- बीएमसी ने बिहार के एक आईपीएस अधिकारी को भी मुंबई पहुंचने पर कर दिया था क्वारंटीन
मुंबई: बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा मुंबई की तुलना पीओके से करने पर वह लगातार नेताओं के निशाने पर हैं। कंगना के खिलाफ सबसे मुखर शिवसेना के नेता रहे हैं जिनमें पार्टी सांसद और प्रवक्ता संजय राउत का नाम शीर्ष पर है। जब से कंगना ने 9 सितंबर को मुंबई आने का ऐलान किया है तब से उनके खिलाफ हमले और तेज हो गए हैं। कंगना रनौत के 9 सितंबर को मुंबई वापस आने के बयान के बाद बीएमसी भी अपनी तैयारियों में जुट गई है। खबरों की मानें तो कंगना के मुंबई पहुंचने के बाद बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) उन्हें 7 दिनों के लिए क्वारंटीन करेगी।
बीएमसी ने बिहार के आईपीएस को भी कर दिया था क्वारंटीन
इससे पहले बीएमसी ने बिहार पुलिस के एक आईपीएस अधिकारी को उस समय क्वारंटीन कर दिया था जब वो सुशांत केस की जांच के लिए मुंबई पहुंचे थे। इसे लेकर महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी की काफी किरकरी हुई थी। मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार, 14 दिनों के लिए होम क्वारंटीन होना अनिवार्य है, लेकिन अगर कंगना 7 दिनों के भीतर अपना रिटर्न टिकट दिखाती हैंतो उन्हें खुद को क्वारंटीन नहीं करना होगा। एसओपी में उल्लेख किया गया है कि कंगना के लिए कोई छूट नहीं होगी क्योंकि वह आवश्यक सेवाओं के तहत नहीं आती हैं।
कंगना को मिली वाई कैटेगरी की सुरक्षा
आपको बता दें कि कंगना को मिल रही धमकियों को देखते हुए केंद्र सरकार ने हिमाचल सरकार की अनुशंसा पर उन्हें वाई कैटेगरी की सुरक्षा देने का ऐलान किया है। अब करीब 10 सशस्त्र कमांडो चौबीस घंटे कंगना की सुरक्षा में तैनात रहेंगे। कंगना ने ट्वीट किया, 'ये प्रमाण है की अब किसी देशभक्त आवाज़ को कोई फ़ासीवादी नहीं कुचल सकेगा, वो चाहते तो हालातों के चलते मुझे कुछ दिन बाद मुंबई जाने की सलाह देते, मगर उन्होंने भारत की एक बेटी के वचनों का मान रखा, हमारे स्वाभिमान और आत्मसम्मान की लाज रखी, जय हिंद ।'