- शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के नेताओं का गुरुवार देर रात तक चलता रहा बैठकों का दौर
- पोर्टफोलियो के बंटवारे से जुड़े जो भी मुद्दे थे उनका समाधान हो गया है- अशोक च्वहाण
- मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आज कर सकते हैं मंत्रियों के विभागों की घोषणा
मुंबई: महाराष्ट्र में विभागों के वितरण को लेकर गठबंधन सहयोगियों शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के नेताओं का गुरुवार देर रात तक बैठकों का दौर चलता रहा है।हर किसी दल की कोशिश थी कि मलाईदार विभाग उसी को मिले। मंत्री पद नहीं मिलने से नाराजगी के बीच तीनों दलों के नेताओं मैराथन बैठकें कीं। देर रात खत्म हुई इस बैठक के बाद कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक च्वहाण ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सभी मुद्दों का समाधान हो गया है और इस पर फैसला कल यानि शुक्रवार को होगा।
तीनों दलों की बैठक के बाद अशोक च्वहाण ने मीडिया क बताया, 'पोर्टफोलियो के बंटवारे से जुड़े जो भी मुद्दे थे उनका समाधान हो गया है। हमने अपना प्रस्ताव मुख्यमंत्री को भेज दिया है। वह इस पर कल फैसला करेंगे।' इस बैठक में शिवसेना की तरफ से गृह मंत्री एकनाथ शिंदे, कांग्रेस की तरफ से कैबिनेट मंत्री बालासाहेब थोराट और अशोक च्वहाण तथा एनसीपी की तरफ से उप मुख्यमंत्री अजित पवार शामिल थे।
आपको बता दें कि मंत्रिमंडल का विस्तार 30 दिसंबर को किया गया था और 36 मंत्रियों को इसमें शामिल किया गया था। मंत्रिपरिषद के सदस्यों की संख्या बढ़कर अब 43 हो गयी है। इनमें मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। बुधवार को ही पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा था कि महाराष्ट्र में शिवसेना नीत गठबंधन सरकार मुंबई के ‘मातोश्री’ से नहीं, बल्कि ‘दिल्ली के मातोश्री’ से नियंत्रित होगी।
खबरों की मानें तो तीनों दलों में कई ऐसे नेता हैं जो मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने से नाराज बताए जा रहे हैं। मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने पर कांग्रेस विधायक संग्राम थोप्टे के समर्थकों ने मंगलवार को पुणे कांग्रेस कार्यालय में तोड़फोड़ की। वहीं नाराज नेताओं में राकांपा के प्रकाश सोलंकी भी शामिल हैं। जबकि करीब 10 से ज्यादा शिवसेना विधायक भी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने से नाराज बताए जा रहे हैं जिनमें शिवसेना नेता तानाजी सावंत का नाम भी शामिल हैं।