ड्रग्स मामले में महाराष्ट्र का नाम बदनाम होने से सूबे के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे खासे नाराज हैं और उनकी ये नाराजगी सामने आई जब उन्होंने आर्यन केस में बगैर एनसीबी का नाम लिए तंज कसते हुए कहा कि वो एक 'चिमटी गांजा' के पीछे पड़े हैं, सेलेब्रिटी को पकड़ो और फोटो खिंचवाओ...आप किसी एक सेलिब्रिटी को पकड़ते हो, फोटो खींचते हो साथ ही ढोल भी बजाते हो।
उन्होंने दशहरा रैली में बोलते हुए कहा कि हमारी पुलिस काम करती है. लेकिन खबर ये होती है कि बेल मिली या नहीं, वो एक चिमटी गांजा के पीछे पड़े हैं और मुंबई पुलिस ने करोड़ों की ड्रग्स बरामद की है लेकिन कोई ढोल नहीं पीटी।
मुंद्रा बंदरगाह पर करोड़ों का ड्रग्स मिला है, मुंद्रा कहा है गुजरात में...
उद्धव ठाकरे ने कहा कि ड्रग्स केस के बहाने महाराष्ट्र का नाम बदनाम करने की साजिश चल रही है, ऐसा दिखाया जा रहा है कि मानो यहां गांजा लगाया जा रहा है ऐसा नहीं है कि ये सिर्फ महाराष्ट्र में मिला है मुंद्रा बंदरगाह पर करोड़ों का ड्रग्स मिला है.. मुंद्रा कहां है गुजरात में...आप यहां चिमटी भर गांजा सूंघ रहे हैं...
गौर हो कि ड्रग्स मामले में आर्यन खान अब भी जेल के अंदर हैं उनकी जमानत याचिका पर अब 20 अक्टूबर को सुनवाई होगी एक तरफ एनसीबी जहां लगातार जमानत का विरोध कर रही हैं वहीं बचाव पक्ष के वकील हर कोशिशों में जुटे हैं।
उद्धव बोले-'हम ED और CBI से नहीं डरते'
उद्धव ठाकरे ने कहा है कि शिवाजी महाराज और शिवसेना के संस्थापक ने हमें सिखाया था कि हमें किसी भी चीज से नहीं डरना चाहिए। हम ईडी और सीबीआई से नहीं डरते। हम धमकी देने के बाद पुलिस के पीछे छिपने वाले नहीं हैं उन्होंने कहा कि भाजपा ना ही वीर सावरकर को समझ पाई है और ना ही महात्मा गांधी को।
'महाराष्ट्र को एक अलग नजरिए से देखा जाता है'
ठाकरे ने कहा कि हिंदुत्व का अर्थ है राष्ट्र के प्रति प्रेम। बालासाहेब ने कहा था कि हम पहले नागरिक हैं, धर्म बाद में आता है। जब हम धर्म को घर में रखकर घरों से बाहर निकलते हैं, तो राष्ट्र हमारा धर्म बन जाता है। धर्म के नाम पर कुछ भी करने वाले के खिलाफ बोलना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि गरबा नहीं होने दिया जा रहा है, ये कैसा हिंदुत्व है? हिंदुत्व समाज सेवा है। रक्तदान करते समय हम धर्म या जाति के बारे में नहीं सोचते। हम नहीं देखते कि खून हिंदू है, मुस्लिम है या मराठी। महाराष्ट्र को एक अलग नजरिए से देखा जाता है। अगर महाराष्ट्र में कुछ होता है तो वे कहते हैं कि यहां लोकतंत्र की हत्या हुई। अगर महाराष्ट्र में ऐसा है तो उत्तर प्रदेश में क्या हुआ?