मुंबई: भारी बारिश ने मुंबई और मुंबई महानगरीय क्षेत्र में परेशानी खड़ी कर दी है। भारी बारिश के कारण सड़क और रेल यातायात गंभीर रूप से बाधित हुए हैं और आवश्यक सेवा दे रहे लोगों के आवागमन को प्रभावित किया है।
बुधवार को आईएमडी के अनुसार, दक्षिण मुंबई (कोलाबा) में सुबह 8 बजे तक 14.78 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि उपनगरों (सांताक्रूज) में मंगलवार को रात 8 बजे से अब तक 28.64 सेंटीमीटर बारिश हुई, लेकिन ज्यादातर बारिश रात के दौरान हुई जो औसतन 36.03 सेंटीमीटर था।
आईएमडी मुंबई ने आगामी दिनों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है, इसके साथ ही अधिकारियों ने लोगों से आग्रह किया है कि जब तक आवश्यक न हो घर से बाहर न निकलें।
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) आपदा नियंत्रण ने कहा कि दक्षिण व सेंट्रल मुंबई के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों जैसे सायन, माटुंगा, कुर्ला, चूनाभट्टी, मझगांव, मस्जिद बंदर और बाइकुला से भारी जल-जमाव की सूचना मिली है।
उपनगरों में कई इलाकों के अलावा गोरेगांव, मलाड, दहिसर, कुर्ला, घाटकोपर, मुलुंद में जलभराव होने की जानकारी सामने आई है।
मीठी नदी के जलस्तर में खतरनाक वृद्धि के बाद कुर्ला के क्रांति नगर झुग्गियों से करीब 50 लोगों को बुधवार तड़के सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया और स्थिति में ढील के बाद उन्हें घर वापस भेज दिया गया।
आईएमडी, मौसम विज्ञान के डिप्टी डायरेक्टर जनरल केएस होसलिकर ने कहा, "मुंबई और ठाणे उपनगरों में पिछले 12 घंटों में भारी बारिश के साथ कुछ क्षेत्रों में 150 मिलीमीटर से अधिक बारिश रिकॉर्ड करने की जानकारी मिली है।" मुंबई के सार्वजनिक बस सेवा ऑपरेटर बीईएसटी ने शहर के आसपास के करीब 18 मार्गों पर अपने परिचालन को रद्द कर दिया है और कुछ को डायवर्ट कर दिया है।
तीन सालों में पहली बार, 14,47,363 मिलियन-लीटर की कुल क्षमता के साथ झीलों में कुल 14,30,152 मिलियन-लीटर (98.81 प्रतिशत) का रिकॉर्ड जल-भंडारण देखा गया, जबकि साल 2019 में यह भंडारण 98.55 प्रतिशत और साल 2018 में 93.61 था। वहीं तटीय कोंकण के अन्य हिस्सों जैसे सिंधुदुर्ग, रत्नागिरि, रायगढ़, ठाणे और पालघर में भी भारी बारिश से सामान्य जीवन बाधित हुई और कई कस्बों और समुद्र के किनारे के गांवों में बाढ़ आ गई।