- धारावी में एक अप्रैल के बाद शुक्रवार को कोरोना का एक भी केस नहीं
- धारावी एक समय कोरोना केस के संबंध में हॉटस्पॉट बन गया था।
- इस समय पूरे देश में कोरोना के केस एक करोड़ के पार
मायानगरी मुंबई की धारावी बस्ती कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक उम्मीद की तरह नजर आ रही है। धारावी में जिस तरह से कोरोना के मामले सामने आने शुरू हुए थे वो हर किसी के लिए चिंता का विषय था। लेकिन वहां से शुक्रवार को जानकारी सामने आई वो उत्साह बढ़ाने वाली थी। शुक्रवार को महामारी को लेकर एक भी नया केस दर्ज नहीं किया गया। सबसे बड़ी बात यह है कि 1 अप्रैल के बाद पहली बार वो पल आया जब यहां कोरोना का कोई भी केस दर्ज नहीं किया गया।
धारावी में अब महज 12 एक्टिव केस
धारावी में अब महज 12 एक्टिव केस ही हैं। धारावी स्लम एरिया का फैलाव 2.5 वर्ग किमी है और 6.5 लाख से अधिक आबादी रहती है, इसे एशिया में सबसे बड़ा झुग्गी बस्ती कहा जाता है। घनी आबादी वाले धारावी में 1 अप्रैल को कोरोना का पहला केस दर्ज किया गया था और इसके बाद क्षेत्र में लगातार केस दर्ज किए जाते रहे।
लोगों ने कोविड संबंधी नियमों का पालन किया
कई रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है कि धारावी के लोगों ने कोरोना प्रतिबंधों-गाइडलाइंस, आइसोलेशन और देखभाल के व्यवस्थित जो कार्यक्रम बनाए गए थे उसमें प्रशासन को सहयोग दिया और उसका नतीजा सामने दिखाई भी दे रहा है। देश में इस समय एक्टिव केस घटकर 2.81 लाख पर है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना के एक्टिव केस की संख्या में भी कमी देखी जा रही है। देश में इस समय कुल संक्रमित केस का महज 2.78 प्रतिशत ही है।
देश में अब रिकवरी रेट बेहतर
अगर बात पिछले 24 घंटे की करें तो पूरे देश में 23 हजार से अधिक लोग लोग कोरोना संक्रमित हुए।लेकिन उसी अवधि में ठीक होने वालों की संख्या 24 हजार से अधिक थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इससे एक दिन में एक्टिव केस की संख्या में करीब 2 हजार की कमी आई है। 336 लोगों की मौत हुई अब तक इस महामारी मेंं मरने वालों की संख्या 1,47,092 तक पहुंच चुकी है।