पंढरपुर : महाराष्ट्र के दूर दरज इलाकों से पंढरपुर में पैदल वारी में जाने से पहले आषाढ़ी एकादशी की पृष्ठभूमि पर वारकरियों के लिए एक बड़ी खबर है। अपने प्यारे भगवान विठ्ठल से मिलने से पहले वारकरियों को कोविड-19 के दोनों टीके लेने होंगे। पंढरपुर की नगराध्यक्ष ने साधना भोसले ने सरकार से मांग की है कि कोरोना वैक्सीन की दो डोज पूरी कर चुके वारकरियों को ही पंढरपुर में प्रवेश दिया जाए। हालांकि सरकार ने आषाढ़ी एकादशी के लिए पंढरी जाने के नियमों की घोषणा की है, लेकिन वारकरी पैदल वारी पर जोर दे रहे हैं।
पंढरपुर में अब तक 24 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित
पंढरपुर में अब तक 24 हजार 731 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। अब तक 555 लोगों का कोरोना का इलाज चल रहा है। महामारी की वजह से अब तक 480 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इससे नागरिकों में अभी भी कोरोना को लेकर भय बना हुआ है। पालखी इस साल 6 दिन पंढरपुर में रहेगी। इसलिए दर्शन के लिए आने पर भक्तों की भीड़ उमड़ती है। इसी पृष्ठभूमि पर नगराध्यक्ष ने यह मांग की है।
इस बार 6 दिन रहेगी पालकी
पंढरपुर में कई महत्वपूर्ण मठों में कोविड केयर सेंटर चल रहे हैं। पिछले साल पंढरपुर में पालकी का प्रवास 3 दिन में समाप्त हुआ था। लेकिन इस साल पालकी 6 दिन पंढरपुर में रहेगी। इसलिए, कई भक्त दर्शन में आने से डरते हैं।