- उर्मिला मातोंडकर ने कांग्रेस टिकट पर मुंबई उत्तर से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था
- उन्होंने कांग्रेस की मुंबई यूनिट के कामकाज के तरीकों को लेकर पार्टी छोड़ दी थी
- मातोंडकर को विधान परिषद के लिए नामित किया गया है
मुंबई: कांग्रेस पार्टी छोड़ने के एक साल बाद, अभिनेता से नेता बनीं उर्मिला मातोंडकर ने मंगलवार को शिवसेना में शामिल होने की तैयारी कर ली है। मातोंडकर ने कांग्रेस के टिकट पर मुंबई उत्तर से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था। वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और सीएम के करीबी सहयोगी हर्षल प्रधान की उपस्थिति में पार्टी में शामिल होंगी। मातोंडकर को राज्यपाल कोटा के तहत विधान परिषद के लिए नामित किया गया है। महा विकास अघाडी (एमवीए) सरकार द्वारा मातोंडकर के नाम को 12 नामों की एक लिस्ट के साथ राज्यपाल बीएस कोश्यारी के पास भेजा गया है। अभी इस लिस्ट को राज्यपाल द्वारा अनुमोदित किया जाना बाकी है।
लोक सभा चुनाव 2019 से पांच महीने पहले कांग्रेस पार्टी में शामिल होने वाले मातोंडकर ने पिछले साल सितंबर में 'अंदरूनी राजनीति' का हवाला देते हुए पार्टी से बाहर होने की घोषणा की थी। उसने कहा था कि उसकी राजनीतिक और सामाजिक संवेदनाओं ने मुंबई कांग्रेस में एक बड़े लक्ष्य पर काम करने के बजाय ओछी राजनीति करने में शामिल होने की इजाजत नहीं देती है। उन्होंने कांग्रेस की मुंबई यूनिट के कामकाज के तरीकों को लेकर पार्टी छोड़ दी थी।
उसने एक बयान में कहा था कि मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे का पहला विचार मेरे मन में तब आया जब मेरे बार-बार के प्रयासों के बाद 16 मई को दिए गए मेरे पत्र के अनुसरण में कोई कार्रवाई नहीं की गई, तत्कालीन मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष श्री मिलिंद देवड़ा को पत्र लिखा था। उसके बाद मेरे निराकरण के लिए विशेषाधिकार प्राप्त और गोपनीय संचार वाले उस पत्र को मीडिया में लीक कर दिया गया, जो मेरे अनुसार यह एख विश्वासघात था। मेरे बार-बार विरोध के बावजूद किसी व्यक्ति ना तो कोई पश्चातावा या चिंता थी।
मातोंडकर 2019 के लोकसभा चुनाव में मुंबई उत्तरी सीट से कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ी थीं। हालांकि उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से करने के लिए कंगना रनौत की आलोचना की थी।