- स्वदेश दर्शन स्कीम के तहत 15 सर्किट विकसित किए जा रहे हैं।
- रूरल सर्किट के तहत बिहार में गांधी सर्किट विकसित हो रहा है, वहीं करेल में क्रूज सर्किट बनाया जा रहा है।
- दोनों रूरल सर्किट 2022 में लांच होने की उम्मीद है।
नई दिल्ली: मोदी सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण इलाके में पर्यटन को बूस्ट देने की कोशिश में है। इसके तहत देश में दो रूरल सर्किट बनाए जा रहे हैं। जो अगले साल 2022 में पूरे हो जाएंगे। सरकार ये सर्किट स्वदेश दर्शन स्कीम के तहत बना रही है।
कहां बन रहे हैं रूरल सर्किट
पर्यटन मंत्रालय इसके तहत केरल में मलंद मालाबार क्रूज पर्यटन का विकास कर रहा है। इसके तहत करीब 80 करोड़ रुपये की लागत से रुरल सर्किट डेवलप किया जा रहा है। इस सर्किट को दिसंबर 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है।
दूसरा सर्किट बिहार में विकसित किया जा रहा है। जो कि गांधी सर्किट के नाम से बनाया जाता है। जो भितिहारवा-चंद्रहिया-तुर्कौलिया के बीच बनाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट पर 45 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसे मार्च 2022 तक पूरा किए जाने का प्लान है।
15 विषयों पर चल रहे है 75 प्रोजेक्ट
स्वदेश दर्शन स्कीम के तहत 15 विषयों पर आधारित 75 प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं। जिसमें बौद्ध , तटीय, रेगिस्तान, इको, हेरिटेज, हिमालयन, कृष्ण, पूर्वोंत्तर , रामायण, रूरल, आध्यात्मिक, तीर्थांकर, वाइल्डलाइप, वे-साइड सब स्कीम सर्किट तैयार किए जा रहे हैं। इसके तहत कुल 75 प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है।
क्या है स्वदेश दर्शन स्कीम
स्वदेश दर्शन स्कीम को केंद्र सरकार द्वारा 2014-15 में शुरू किया गया था। अब तक इस स्कीम के लिए 5800 करोड़ रुपये से ज्यादा की मंजूर दी गई है। इसके तहत सरकार को उम्मीद है कि न केवल इन इलाकों में इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास होगा बल्कि नौकरी के अवसर भी बढ़ेंगे।